सवाई माधोपुर में बिजली निगम कर्मचारियों का निजीकरण के विरोध में कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन
इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने कहा कि संघर्ष समिति ने पहले भी विभिन्न प्रक्रियाओं और मॉडलों के नाम पर बिजली उत्पादन, पारेषण और वितरण निगमों के निजीकरण को रोकने का आग्रह किया था, लेकिन आज तक कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया।
ज्ञापन में कहा गया है कि राज्य सरकार बिजली क्षेत्र को लाभ-हानि के आधार पर संचालित करने की मंशा से आगे बढ़ रही है, इसी कारण से बिजली प्रशासन की ओर से बिजली का वितरण, पारेषण और उत्पादन वर्तमान की तुलना में तेज है। विभिन्न प्रक्रियाओं और मॉडलों का निजीकरण किया जा रहा है।
नए बिजली संयंत्रों के लिए धन की कमी का हवाला देकर उत्पादन निगम के उच्च गुणवत्ता एवं कम बिजली उत्पादन लागत वाले बिजली संयंत्रों को संयुक्त उद्यम में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया को रोका जाना चाहिए। विरोध प्रदर्शन में सत्यनारायण मीना, फरीद खान, रामलखन, रामकेश रैगर, विनोद बैरवा, अमृत लाल, बद्री, बाबूलाल, नितिन जैन, प्रेमराज मीना, राहत, अशरफ सहित कई कार्यकर्ता शामिल थे।