Rohtas धोबीनियाटीकर में 3 मौत से उजड़ा परिवार, घर में रोने वाला कोई नहीं
बिहार न्यूज़ डेस्क धोबीनियाटीकर गांव में संजय चौहान की पत्नी आशा देवी और दोनों पुत्र सत्यम व आदित्य की मौत से संजय का घर-परिवार ही उजड़ गया. इस हृदयविदारक घटना से महिला के मायके तिलोखर व ससुराल धोबीनियाटीकर सहित आसपास गांवों में मातम पसरा है. घटना की चर्चा हर जगह हो रही है.
धोबीनियाटीकर के स्व. राजेंद्र चौहान का इकलौता पुत्र संजय है. उसके दो पुत्र सत्यम व आदित्य हुए थे. लेकिन पत्नी के साथ दोनों पुत्र की भी मौत आहर में डूबने से हो गयी. आशा चुटिया थाना क्षेत्र के तिलोखर गांव के शिवबरत बिंद की बेटी थी. बड़ी धूमधाम से उसकी शादी 10 साल पहले हुई थी. शादी के बाद पूरा परिवार खुशहाल था. गांव में किसी ने कभी भी झगड़ा की आवाज तक नहीं सुनी. ग्रामीणों के अनुसार, को पति-पत्नी व बच्चे रोहतास बाजार करने भी गये थे. मिठाई-कपड़े की खरीदारी हुई. खुश होकर सभी घर लौटे थे. शाम तक किसी प्रकार के किसी परिवार का हावभाव गलत नहीं था. लेकिन तीन लोगों का शव मिलना लोगों को हैरत में डाल रहा है. संजय तीनों शवों के पास दहाड़ मार कर रो रहा था. महिला के मायके के लोगों ने बताया कि पानी में डूबने के बाद रातभर में शव पानी से बाहर नहीं आता है. लेकिन आशा व उसके बच्चों का शव तैरते हुए देखा गया. आशा की नाक से खून भी देखा गया है. आशंका है कि किसी ने तीनों की हत्या कर शव को फेंक दिया है. मायके के लोगों ने भी परिवार की गरीबी के बीच खुशहाल होने की ही बात कही. ऐसे खुशहाल परिवार में कैसे आग लगी, चर्चा का विषय बना है. तीनों ने आत्महत्या की है या हत्या, इसकी चर्चा हर जगह हो रही है. थानाध्यक्ष कलामद्दीन ने बताया कि अभी कुछ कहना गलत होगा. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद इसका खुलासा हो जाएगा.
बच्चों का नहीं हुआ था नामांकन
महिला के बच्चे सत्यम की उम्र नौ साल तथा आदित्य की सात साल थी. लेकिन दोनों बच्चे आउट ऑफ स्कूल थे. नजदीकी विद्यालय काजीपुर का पोषक क्षेत्र है, लेकिन दोनों का नामांकन नहीं था. उसके घर के आसपास कोई और सरकारी या निजी विद्यालय नहीं है. बीईओ सच्चिदानंद साह ने बताया कि बच्चों की आउट ऑफ स्कूल होना बड़ी बात है. एक बार पुन सभी गांव में आउट ऑफ स्कूल व ड्राप आउट बच्चो का सर्वे कराया जाएगा.
रोहतास न्यूज़ डेस्क