Patna धर्म की स्थापना के लिए हुआ श्रीकृष्ण का अवतार विवेक
बिहार न्यूज़ डेस्क मीठापुर स्थित कबीरपंथी आश्रम सद्गुरु कबीर साई मंदिर परिसर में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन कथा व्यास विवेक मुनि ने भगवान श्री कृष्ण जन्म की कथा सुनायी.
उन्होंने कहा कि द्वापर युग में जब कंस के अत्याचार चरम पर था तब भगवान ने पृथ्वी पर जन्म लेकर अत्याचार मिटाया व धर्म की स्थापना की. कृष्ण जन्म के समय महामाया की शक्ति जाग रही थी. वासुदेव नवजात श्रीकृष्ण को मथुरा से गोकुल ले गये, वहीं नंद बाबा के घर महामाया ने यशोदा के घर जन्म लिया. जब कंस ने जेल में महामाया को पटककर मारना चाहा, तो कन्या हाथ से छुटकर आकाश में चली गई. आकाशवाणी हुई कि तुम्हें मारने वाले भगवान का अवतार हो चुका है.
इसके बाद कृष्ण जन्म की बधाइयां गूंज उठी. कथा सुनने वाले भक्त ‘नंद घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की’ जयकारे लगाने लगे. माहौल भक्तिमय हो गया. शंख और घंटी की धुन पर आश्रम में आरती शुरू हो गई.
पीएमसीएच कैथलैब में 200 एंजियोग्राफी
पीएमसीएच में लगा कैथलैब एक साल हो गया. एक साल पूरा होने पर अस्पताल प्रशासन और हृदय रोग विभाग द्वारा कैथलैब का रिपोर्ट कार्ड जारी किया गया. अस्पताल के अधीक्षक डॉ आईएस ठाकुर ने बताया कि बीते एक साल के अंदर यहां 200 मरीजों की एंजीयोग्राफी, 10 एंजीयोप्लास्टी और 12 मरीजों को पेसमेकर लगाया गया.
बताया कि कैथ लैब में मरीजों का निशुल्क इलाज किया जाता है. यहां बाहर एंजियोग्राफी कराने पर मरीजों को बड़ी राशि खर्च करनी पड़ती थी. मौके पर पीएमसीएच हृदय रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ बीके सिंह, डॉ अशोक कुमार समेत हृदय रोग विभाग के सभी सीनियर व जूनियर डॉक्टर मौजूद थे.
पटना न्यूज़ डेस्क