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Patna  जमीन से जुड़े दस्तावेजों का नकल भी अब ऑनलाइन

 
 

बिहार न्यूज़ डेस्क राज्य में अब जमीन से जुड़े किसी दस्तावेज की नकल निकालने के लिए ऑनलाइन सुविधा शुरू होने जा रही है. किसी जमीन की दाखिल-खारिज, जमाबंदी, नक्शा या रजिस्ट्री दस्तावेज समेत अन्य सभी तरह के कागजातों की नकल ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं. इसके लिए एक अलग वेबसाइट तैयार की गई है.
इस सुविधा को बहाल करने से संबंधित डिजिटल प्लेटफॉर्म पूर्ण रूप से तैयार हो गया है. अब राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के स्तर से इसकी प्रशासनिक प्रक्रिया पूरी करने की कवायद अंतिम चरण में है. सेवा शुरू होने पर राजस्व विभाग की वेबसाइट ‘बिहार भूमि डॉट कॉम’ पर नकल निकालने से संबंधित एक लिंक दिखेगा. क्लिक कर पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा. जिस भी दस्तावेज के नकल की जरूरत पड़ेगी, उससे संबंधित आवेदन दी गई प्रक्रिया का पालन करते हुए करना होगा. शुल्क भी ऑनलाइन जमा करना होगा. प्रक्रिया पूरी करने के बाद दस्तावेज की सर्टिफाइड कॉपी ऑनलाइन उपलब्ध कराया जाएगा.

जानकी वल्लभ हिंदी साहित्य के हैं स्तम्भ
गीति-साहित्य के अतुल्य कवि आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्रत्त्ी बिहार के ही नहीं, हिन्दी साहित्य के विशाल आकार के गौरव स्तम्भ हैं. हिन्दी के गीत-साहित्य की चर्चा, उनके बिना सदा अधूरी रहेगी.
यह बातें  महाकवि जानकी वल्लभ शास्त्रत्त्ी, आचार्य मथुरा प्रसाद दीक्षित और कवि पं शिवदत्त मिश्र की जयंती पर आयोजित समारोह में सम्मेलन अध्यक्ष डॉ. अनिल सुलभ ने कही. कहा कि इन तीनों विभूतियों को एक साथ स्मरण करना किसी बड़े तीर्थ यात्रा के समान है. डॉ. शिववंश पाण्डेय ने महाकवि के साहित्यिक-कृतित्व की विस्तार चर्चा की. सम्मेलन के उपाध्यक्ष डॉ. शंकर प्रसाद, डॉ. कल्याणी कुसुम सिंह, डॉ. मधु वर्मा, प्रो. जंग बहादुर पांडेय, प्रो. सुशील ने भी विचार रखे.

पटना  न्यूज़ डेस्क