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Patna  डीसीएलआर दफ्तर में 4 बिचौलियों की तस्वीर कैद, डीसीएलआर दफ्तर का कैमरा था बंद, दूसरे सीसीटीवी में मिली फुटेज

 

बिहार न्यूज़ डेस्क  डीसीएलआर कार्यालय में दाखिल खारिज और भूमि विवाद के मामले के निपटारे के लिए बिचौलियों का काम करने वाले चार लोगों की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इनकी पहचान की जा रही है.

मैत्री सिंह के तबादले के बाद यह लोग सरकारी दस्तावेज गाड़ी से ले गए थे. दिलचस्प है कि डीसीएलआर दफ्तर में लगा कैमरा बंद था. मगर दस्तावेज ले जाने वालों की तस्वीर दूसरे अधिकारी के कार्यालय के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. दस्तावेजों के बैकडेट में निपटारे का मामला प्रकाश में आने के बाद जांच टीम दिन भी कर्मचारियों से पूछताछ की. जांच टीम में शामिल अधिकारियों की मानें तो अक्टूबर में डीसीएलआर के स्थानांतरण के बाद बिचौलिये सक्रिय हो गए थे. की रात में इनोवा गाड़ी से कुछ लोग आए और कार्यालय खोलकर सरकारी दस्तावेज ले गए.

नए डीसीएलआर को गायब मिली थीं फाइलें नए डीसीएलआर राघवेंद्र प्रताप सिंह ने पदभार ग्रहण किया तो कोर्ट में सुनवाई की कई फाइलें गायब मिलीं. नए डीसीएलआर को आशंका हुई कि इसमें कुछ गड़बड़ी है. उन्होंने इसकी जानकारी डीएम के साथ-साथ सदर एसडीएम को भी दी. डीएम के निर्देश पर फाइलों की खोजबीन शुरू हुई. इसकी भनक बिचौलियों को लग गई. 14  को एक अज्ञात व्यक्ति सरकारी दस्तावेज लेकर कार्यालय पहुंचा. दूसरे दिन भी वह कुछ फाइल जमा करने के लिए कार्यालय आया. छानबीन में पता चला कि चार बिचौलिये काफी सक्रिय थे.

काला कोट पहने व्यक्ति बार-बार आते-जाते दिखा

सदर एसडीएम कार्यालय के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में एक काला कोट पहने व्यक्ति को बार-बार आते-जाते देखा जा रहा है. चारों व्यक्तियों की पहचान की जा रही है. जांच अधिकारियों का कहना है कि हर बिंदुओं पर गहनता से जांच चल रही है. सीसीटीवी फुटेज और कर्मचारियों से पूछताछ के आधार पर डीएम को रिपोर्ट सौंपी जाएगी. जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि जांच टीम को विस्तृत छानबीन करने को कहा गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद अगले की कार्रवाई की जाएगी. जो बिचौलिये का काम कर रहे थे उन सभी पर कड़ी कार्रवाई होगी.

 

 

पटना  न्यूज़ डेस्क