Patna स्कूलों के सवा लाख छात्रों को शैक्षणिक किट से होना पड़ा वंचित
बिहार न्यूज़ डेस्क ई-शिक्षाकोश पोर्टल पर छात्रों की प्रोफाइल इंट्री नहीं होने का प्रतिकूल असर पड़ने लगा है. जिले के सरकारी स्कूलों में नामांकित सवा लाख बच्चों को एफएलएन (शैक्षणिक) किट से वंचित होना पड़ा.
जिन बच्चों के आधार कार्ड नहीं हैं, उन बच्चों को ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर डाटा इंट्री संभव नहीं है. इस वजह से छात्रों की डाटा इंट्री नहीं हो सकी है. आधार कार्ड बनाने के लिए जिले के 40 सरकारी हाईस्कूलों में आधार सेंटर स्थापित हैं. इन सेंटरों पर जाकर विद्यार्थी सुलभ तरीके से आधार कार्ड बनवा सकते हैं. इन केन्द्रों पर करीब 90 हजार छात्रों को आधार कार्ड बनाये भी चुके हैं. विभागीय डाटा की मानें तो जिले के सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षाओं तक शैक्षणिक सत्र 23-24 में साढ़े चार लाख बच्चे नामांकित थे. इसी आधार पर छात्रों की डाटा इंट्री करायी जा रही है. ताकि, सत्र 24-25 में स्कूलों में वास्तविक नामांकन का पता चल सके. बच्चों को दो स्कूलों में नामांकन पर रोक लगायी जा सके. हालांकि, फिलहाल तीन लाख 22 हजार विद्यार्थियों को एफएलएन किट उपलब्ध करायी जा चुकी है.
जन्म प्रमाण-पत्र बन रहा बाधा स्कूलों में नामांकित शत-प्रतिशत छात्रों की डाटा इंट्री नहीं होने का सबसे मुख्य कारण बच्चों के पास आधार कार्ड नहीं रहना बताया जा रहा है. कई बच्चों को आधार मिसमैच होने की बात भी सामने आ रही है. आधार बनाने के लिए जन्म प्रमाण पत्र या अन्य दस्तावेज जुटाने में अभिभावकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. हालांकि, विद्यार्थियों को सुलभ तरीके से जन्म प्रमाणपत्र बनाने के लिए अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग ने नयी पहल शुरू की है. बच्चों का जन्म तिथि विद्यालय की पंजी से अलग नहीं हो. इसके बाद आंगनबाड़ी सेविका व पंचायत सचिव द्वारा सत्यापन किया जायेगा. जन्म प्रमाण पत्र बनाने की ये नयी पहल लागू हुई तो संभवत: जल्द ही शत-प्रतिशत छात्रों के पास आधार कार्ड बन जाएगा. ई-शिक्षाकोश पोर्टल पर शत-प्रतिशत छात्रों का डाटा भी इंट्री हो जाएगी.
स्कूलों के एचएम को स्कूलों में स्थापित आधार सेंटरों में जाकर बच्चों का आधार बनाने का आदेश दिया गया है. ताकि, शत-प्रतिशत छात्रों का ई-शिक्षाकोश पोर्टल पर डाटा इंट्री करायी जा सके. ताकि, बच्चों को योजनाओं के लाभ से वंचित नहीं होना पड़े.
-राजकुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी
फॉर्मेट विकसित किया
इनमें बच्चों की विवरणी भरनी है. बच्चे के माता-पिता या उनकी अनुपस्थिति में नजदीकी रिश्तेदार (व्यस्क व्यक्ति) द्वारा स्वघोषणा-पत्र, माता-पिता/आवेदक का आधार, पहचान-पत्र व एक वर्ष के ऊपर की जन्म तिथि की स्थिति में दस रुपये विलंब शुक्ल के प्रखंड कार्यालय में आवेदन किया जाना है. आवेदन पत्र में स्कूल के पंजी में संधारित जन्म तिथि की जांच कर रिपोर्ट करेंगे.
पटना न्यूज़ डेस्क