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Noida  महिला डॉक्टर डिजिटल अरेस्ट की अवस्था में ही थाने पहुंची

 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क   जालसाजों ने एक युवक को तीन घंटे तक डिजिटल अरेस्ट कर 20 लाख रुपये ऐंठ लिए. आरोपियों ने पहले कूरियर में अवैध सामग्री होने का डर दिखाया, फिर मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप लगाया. उन्होंने युवक को इतना डराया कि उसने जालसाजों के बताए बैंक खाते में रुपये भेज दिए. पीड़ित अक्षित सेठी ने साइबर पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह निजी कंपनी में काम करते हैं.

साइबर अपराधियों ने डॉक्टर रश्मि उपाध्याय को इतना भयभीत कर रखा था कि उन्हें एक मिनट भी वीडियो कॉल से दूर जाने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दे रखी थी. वह 27 लाख 50 हजार रुपये गंवाने के बाद डिजिटल अरेस्ट की अवस्था में ही साइबर अपराध थाने पहुंचीं. थाने के प्रभारी निरीक्षक ने उनको मुक्त कराया.

पीड़ित डॉक्टर ने उन्हें बताया कि वह 17  से सोई नहीं हैं. जालसाज हर समय वीडियो कॉल के जरिये उनकी निगरानी कर रहे हैं. परिचित तो क्या उन्हें पति से भी बात करने की अनुमति नहीं थी. इस दौरान मोबाइल पर जो भी कॉल आईं, उन्हें रिसीव नहीं करने दिया गया. डिजिटल अरेस्ट होने के बाद 18  की शाम उन्होंने अपने बैंक खाते से 12 लाख 50 हजार रुपये आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर कर दिए. बैंक खाते में धनराशि न होने पर पीड़िता ने अगले दिन 19  को पांच-पांच लाख रुपये के तीन फिक्सड डिपॉजिट को तोड़ लिया और जालसाजों द्वारा बताए बैंक खाते में 15 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. दूसरे दिन जब पीड़िता आरटीजीएस करने बैंक पहुंची तो बैंक प्रबंधक को संदेह हुआ. उन्होंने एक दिन पूर्व 12 लाख 50 हजार और अब 15 लाख रुपये ट्रांसफर करने का कारण पूछा. इस पर पीड़िता ने कहा कि उनके भाई को रुपये की जरूरत है. पीड़िता ने पति से रुपये उधार लेकर ट्रांसफर करने की ठानी. पति ने कारण पूछा तो नहीं बताया. दवाब दिया तो पूरी सच्चाई पति को बताई. तब पति ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा. थाने पहुंचने पर पीड़िता से निरीक्षक विजय गौतम ने कहा कि वीडियो कॉल पर बात करने वाले पुलिसकर्मी नहीं, बल्कि साइबर अपराधी हैं. उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है.

पुलिस वर्दी में एक बार सामने आया जालसाज वीडियो कॉल के दौरान जालसाज ने अपना कैमरा बंद कर रखा था. इस पर पीड़ित डॉक्टर ने कहा कि उन्हें कैसे पता कि आप लोग पुलिस के अधिकारी हैं. इस पर जालसाज कैमरा ऑन कर चंद सेकेंड के लिए पुलिस की वर्दी में सामने आया. पीड़िता ने कॉल का स्क्रीन शॉट ले लिया.

नरेश गोयल के बारे में गूगल पर खोजी जानकारी पीड़िता ने बताया कि जब उन्हें जालसाजों ने जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल की गिरफ्तारी के बारे में बताया तो उन्हें विश्वास नहीं हुआ. इस पर उन्होंने गूगल पर खोजा तो मनी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नरेश गोयल के गिरफ्तार होने की जानकारी हुई.

 

 

नोएडा न्यूज़ डेस्क