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Noida  छोटे निकायों के लिए विकास का मॉडल बनाएं

 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  केंद्रीय शहरी आवासन एवं कार्य मंत्रालय की संयुक्त सचिव रूपा मिश्रा ने कहा है कि संघर्षरत छोटे निकायों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उनके लिए अलग से विकास का माडल तैयार किया जाना चाहिए. उन पर कोई भी चीज थोपनी चाहिए, जिससे उनके लिए वह भार साबित हो जाए. इसके साथ ही विकास के लिए कोई भी तकनीक चुनने से पहले स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखा जाना चाहिए, जिससे योजनाएं समय से पूरी हो सकें और वे अधर में न लटकें.

संयुक्त सचिव ने स्थानीय निकाय निदेशालय में आयोजित दो दिवसीय विश्व शौचालय दिवस कार्यशाला के समापन के अवसर पर  ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि मानकीकरण, डीपीआर और कुछ चीजों को स्थिर करने के मामले में स्पष्ट दृष्टिकोण अपनाना चाहिए. कुछ चीजों को स्थानीय निकायों पर नहीं छोड़ना चाहिए जो क्षमता के साथ संघर्ष करते हैं. उन्होंने विश्व शौचालय दिवस पर शुरू हुए पांच सप्ताह के ‘स्वच्छ शौचालय’अभियान में पूरी निष्ठा से काम करते हुए सभी को स्वच्छ बनाते हुए अन्य व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने की बात कही.

उन्होंने कहा कि ऐसी कार्यशालाओं में हम अपने शहरों के विकास के लिए बेहतर माडल को साझा करते हैं.

गन्ना किसानों को क्रेशर के लिए अस्थाई कनेक्शन

उत्तर प्रदेश के लाखों गन्ना किसानों के लिए राहत भरी खबर है. उन्हें अब गन्ने की पेराई के लिए कोल्हू और क्रेन क्रेशर का कनेक्शन लेने के लिए अनावश्यक भागदौड़ नहीं करनी होगी. उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के झटपट पोर्टल पर अस्थाई कनेक्शन का आवेदन करने के साथ ही किसानों को तत्काल कनेक्शन मिलेगा.

किसानों को नहीं करनी होगी भागदौड़: उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के चेयरमैन डा. आशीष कुमार गोयल के अपने कार्यक्षेत्र के इंजीनियरों को इस आशय का निर्देश जारी करना शुरू किया है. अब तक इस संबंध में कोई स्पष्ट आदेश नहीं होने के कारण गन्ने की पेराई सीजन में किसानों को कनेक्शन के लिए अनावश्यक रूप से बिजली दफ्तरों और इलाके के जेई का चक्कर लगाना पड़ता था.

 

 

नोएडा न्यूज़ डेस्क