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Nalanda जलजमाव दूर करने को डीएम से मांगे अतिरिक्त कनीय अभियंता

 

बिहार न्यूज़ डेस्क  नगर पंचायत के कार्यपालक अभियंता मो. शम्स राजा ने डीएम शशांक शुभंकर को पत्र भेजकर अतिरिक्त जेई (कनीय अभियंता) की मांग की है. पत्र में कहा है कि मौजूदा समय में तैनात जेई कई पदों के प्रभार में हैं. ऐसे में वे यहां समय नहीं दे पाते हैं. इससे नगर पंचायत के विकास से संबंधित काम फाइलों में अटके हैं. इस कारण योजनाओं को धरातल पर उतारने में परेशानी आ रही है.

हरनौत नगर पंचायत का गठन चेरन, सबनहुआ, रुपसपुर, पोरई, बस्ती, श्रीचंदपुर और डिहरी समेत सात गांवों को मिलाकर किया गया है. आबादी व क्षेत्रफल के हिसाब से वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार यहां के 19 वार्डों में  हजार 7 लोग रहते हैं. हालांकि, मौजूदा समय में नगर पंचायत में 40 हजार से अधिक लोग रह रहे हैं.

लोगों का विश्वास था कि नगर पंचायत बनने से क्षेत्र का शहरी विकास तेजी से होगा. बिजली, पानी, सड़क व नाली-गली की व्यवस्था शहरों की तरह हो जाएगी. लेकिन, तीन साल बाद भी आज यहां के लोग जलजमाव तक से निजात नहीं पा सके हैं. व्यवस्था के नाम पर सिर्फ गलियों व नालियों की सफाई तक ही सीमित होकर रह गयी है. अन्य सारे काम फाइलों में ही दम तोड़ रहे हैं.

दिए आवेदन में उन्होंने लिखा है कि वर्तमान में नगर पंचायत में कनीय अभियंता रणवीर कुमार प्रतिनियुक्त हैं. ये कई नगर निकयों में भी प्रतिनियुक्त हैं. इस कारण यहां नल-जल का प्राक्कलन, नल-जल का काम, जल-जीवन-हरियाली, नली-गली योजनाएं, जल जमाव से संबंधित समेत अन्य काम लंबित या बाधित हैं. नवगठित नगर पंयायत हरनौत में कुशल कर्मियों की काफी कमी है. एक अतिरिक्त कनीय अभियंता की प्रतिनियुक्ति से ये सारे काम सही से कराए जा सकेंगे.

फाइलों में अटकी हैं ये योजनाएं .

नगर पंचायत की बोर्ड में कई काम पर मुहर लग चुकी है. सैरातों की बंदोबस्ती, जगह जगह पर अतिक्रमण हटाने का काम, जल-जीवन हरियाली के तहत पौधरोपन, हर घर नल-जल की व्यवस्था, टैक्स, स्ट्रीट लाइट, स्वच्छता टैक्स, होल्डिंग टैक्स, जल कर, सार्वजनिक शौचालय, सबनहुआ छठ घाट का जीर्णोद्धार, नया चापाकल, वार्डों में नपं का बोर्ड लगाना, नपं कार्यालय के लिए जमीन की तलाश, एनओसी, ट्रेड लाइसेंस, डंपिंग यार्ड का निर्माण, साफ सफाई के लिए जेसीबी ट्रैक्टर व अन्य मशीनों की खरीदारी, स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण, यात्री शेड, चौक चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने जैसे काम फाइलों में ही दम तोड़ रही है.

 

नालंदा  न्यूज़ डेस्क