Nalanda राजगीर के चार गांवों की 901 एकड़ भूमि में बनेगा हवाई अड्डा
बिहार न्यूज़ डेस्क राजगीर में प्रस्तावित हवाईअड्डा के लिए जिला प्रशासन ने 901.79 एकड़ जमीन चिह्नित कर ली है. मेयार, बढ़ौना, बड़हरी व पथरौरा मौजों के 12 सौ रैयतों की 851.79 एकड़ भूमि अधिग्रिहत की जाएगी. जबकि, इस बीच में शेष 50 एकड़ भूमि सरकारी है. हवाई अड्डा के लिए प्रस्तावित जमीन पटना जीरो माइल से 93, तो पटना हवाई अड्डा से 98 किलोमीटर दूर है. यह अंतरराष्ट्रीय नालंदा विश्वविद्यालय से चार, तो अति प्राचीन ब्रह्मकुंड से छह किलोमीटर दूर अवस्थित है.
जिला प्रशासन ने पटना हवाई अड्डा के वायुयान संगठन निदेशालय को चिह्नित भूमि के साथ ही अर्जन में खर्च आने वाली अनुमानित लागत, नजरी नक्शा व महत्वपूर्ण स्थलों से इसकी दूरी की पूरी विवरणी 26 को भेज दी है. सूत्रों ने बताया कि बढ़ौना की 150 एकड़, मेयार की 651.79, बड़हरी की 82, तो पथरौरा की 18 एकड़ जमीन अधिग्रहित करने की योजना है. ये सभी दोफसली जमीनें हैं. जमीन देने वाले किसानों को वर्ष 2014 की निर्धारित सरकारी दर और उसकी 100 फीसदी सांत्वना राशि, 12 फीसदी अतिरिक्त क्षतिपूर्ति राशि देने का प्रस्ताव है.
राजगीर एयरपोर्ट से अन्य स्थानों की दूरी (किलोमीटर ) में
अनुमंडल कार्यालय राजगीर 05
प्रखण्ड-सह-अंचल कार्यालय राजगीर 5.5
नालन्दा यूनिवर्सिटी 04
क्रिकेट स्टेडियम 03
बिहार पुलिस अकादमी 02
सर्किट हाउस राजगीर 06
ब्रहमकुण्ड राजगीर 06
राजगीर सिटी 05
पटना से हवाई अड्डा भाया राजगीर 105
गया से हवाई अड्डा की दूरी भाया राजगीर 82
पटना से हवाई अड्डा की दूरी भाया इस्लामपुर 98
बिहारशरीफ से हवाई अड्डा की दूरी भाया राजगीर
राजगीर से हवाई अड्डा की दूरी 05
राजगीर रेलवे स्टेशन 05
बस स्टैण्ड राजगीर 05
आयुध कारखाना 09,
सैनिक स्कूल नानंद 24
पटना जीरो माईल भाया बौद्ध सर्किट (करौटा-तेलमर-नरसंडा) 93
एयरपोर्ट निर्माण से पर्यटन उद्योग पकड़ेगा रफ्तार
अंतरराष्ट्रीय पर्यटन नगरी राजगीर में एयरपोर्ट निर्माण को लेकर पर्यटन उद्योग में काफी उत्साह है. एयरपोर्ट के निर्माण से यहां के पर्यटन उद्योग में चार चांद लगने वाला है. यहां के होटल उद्योग से लेकर पर्यटन आश्रित परिवारों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. लोग बताते हैं कि एयरपोर्ट के निर्माण से यह क्षेत्र दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से विकास करेगा. केंद्र व राज्य सरकारों के समन्वय से इसके निर्माण की फाइलों की तीव्र गति से निपटारा किया जा रहा है. जमीन की खरीद पर सात अरब 57 करोड़ 50 लाख 44 हजार 7 रुपये लागत आने का अनुमान है.
नालंदा न्यूज़ डेस्क