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Nalnda दलितों के लिए परिवार नियोजन व महिला सशक्तीकरण जरूरी,जीविका से परिवार नियोजन व महिला सशक्तीकरण को मिला बढ़ावा एंड्रिया
 

 

बिहार न्यूज़ डेस्क  पहले आशा, एएनएम और स्वयंसेवकों के दम पर यूनाइटेड नेशंस फंड फॉर पॉपुलेशन एक्टिविटीज (यूएनएफपीए) की टीम प्लान इंडिया के माध्यम से परिवार नियोजन और महिला सशक्तीकरण पर काम कर रही थी. अब जीविका को शामिल कर इसे सौ फीसदी धरातल पर उतारा जायेगा. ये बातें यूएनएफपीए की भारत प्रतिनिधि व भूटान की निदेशक एंड्रिया एम. वोजनर ने शेखपुरा के चोरदरगाह गांव में कहीं.

कार्यों की धरातलीय स्थिति जानने के लिए यूएनएफपीए की चार सदस्यीय टीम  शेखपुरा के चोरदरगाह और हुसैनाबाद गांवों में सभाएं की. सदस्यों ने चोरदरगाह में जीविका की कार्यशाला का दीप जलाकर उद्घाटन किया. जीविका दीदियों व पंचायत प्रतिनिधियों से बातचीत की. महिला मुखियों की बात व प्लान इंडिया के कार्यक्रमों से टीम के सदस्य गदगद हो गये. दलित वर्ग के लिए जरूरी है परिवार नियोजनकंट्री हेड ने कहा कि खासकर दलित वर्ग के परिवार नियोजन के साथ ही महिला सशक्तीकरण भारत में अतिआवश्यक है. प्लान इंडिया की निदेशक डॉ. स्नेहा ने कहा कि जीविका दीदियों को प्रशिक्षण देकर अब परिवार नियोजन और महिला सशक्तीकरण के मुहिम में जोड़ा जायेगा. जीविका के शामिल होने से इस कार्यक्रम में गति आयेगी. प्लान इंडिया की बिहार हेड कृति और प्रीति कुमारी के अलावा सीएस डॉ. पृथ्वी राज व सदर पीएचसी प्रभारी डॉ. अशोक कुमार सिंह ने भी संबोधित किया. सीएस ने कहा कि ढाई साल से परिवार नियोजन और महिला सशक्तीकरण पर राशि खर्च की जा रही है. रुपये का सही उपयोग जानने और परिवार नियोजन में गति लाने के लिए टीम यहां पहुंची है.
टीम का किया गया भव्य स्वागत
चोरदरगाह में की टीम का ग्रामीणों और जीविका दीदियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया. मालाओं के ढेर और फूलों की पगडंडी पर चलकर पूरी टीम गदगद थी. सबसे पहले टीम ने प्लान इंडिया के लगाये गये दो स्टॉल का निरीक्षण किया और पूरी जानकारी ली.

नालंदा  न्यूज़ डेस्क