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Moradabad आईसीयू वार्ड निर्माण को जांची जाएगी जिला अस्पताल की मिट्टी

 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क   गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों को सरकारी अस्पताल में बेहतर इलाज सुनिश्चित करने के मकसद से प्रदेश शासन ने जनपद में सौ बेड का आईसीयू वार्ड बनाने को विशेष प्राथमिकता में रखा है. जिसके दृष्टिगत मंडल स्तरीय जिला अस्पताल के परिसर में वार्ड के निर्माण से जुड़ी प्रक्रिया तेज हो गई है. निर्माण की कार्यदायी संस्था ने अस्पताल परिसर की मिट्टी का सैंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा है.

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर कुलदीप सिंह ने बताया कि जिला मुख्यालय पर सौ बेड के आईसीयू वार्ड का निर्माण शासन की विशेष प्राथमिकता में है. काफी मशक्कत के बाद आईसीयू वार्ड का निर्माण कराने को जिला अस्पताल परिसर में जगह की व्यवस्था कराई गई है. कार्यदायी एजेंसी ने अस्पताल परिसर की मिट्टी का सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा है. जिला अस्पताल की मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. संगीता गुप्ता ने बताया कि कार्यदायी संस्था आईसीयू वार्ड के निर्माण को जमीन की मापजोख कर चुकी है

 

सीसीएसआईटी एडब्ल्यूएस की एकेडमी में लिस्टेड

टीएमयू के कॉलेज ऑफ कंप्यूटिंग साइंसेज एंड इनफारमेशन टेक्नोलॉजी (सीसीएसआईटी) ने ऊंची छलांग लगाई है. सीसीएसआईटी का एशिया पैसेफिक रीजन इंडिया में अमेजन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) की एकेडमी में लिस्टेड हो गया है. आईआईटी, इंदौर के दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन के साथ हुए एमओयू के तहत क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर यूजिंग पर स्टुडेंट्स के फर्स्ट बैच के प्रशिक्षण के बाद टीएमयू ने यह बड़ी उपलब्धि पाई है. कुलाधिपति सुरेश जैन, जीवीसी मनीष जैन, एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर अक्षत जैन ने कहा कि सीसीएसआईटी का एशिया पैसेफिक रीजन-इंडिया में अमेजन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) की एकेडमी में लिस्टेड होना वैश्विक स्तर पर उभरते टीएमयू की तस्वीर है. यह जानकारी फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के डीन प्रो. आरके द्विवेदी ने साझा करते हुए बताया कि यूनिवर्सिटी के लिए यह एक बड़ा दिन है. वीसी प्रो. वीके जैन कहते हैं कि एडब्ल्यूएस की एकेडमी में लिस्टेड होने के बाद टीएमयू के स्टुडेंट्स को अनुसंधान, नवाचार और प्रशिक्षण में और मजबूती मिलेगी. डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन कहती हैं कि एशिया प्रशांत- भारत क्षेत्र के तहत अधिकृत एडब्ल्यूएस अकादमी के रूप में यह मान्यता टीएमयू समुदाय के सामूहिक समर्पण और दृष्टि का प्रतिफल है. यह प्रशिक्षण एडब्ल्यूएस की ओर से प्रौद्योगिकी प्रमुख डॉ. धीरज राणे, वरिष्ठ एडब्ल्यूएस प्रशिक्षक अक्षय केएस ने दिया था.

 

मुरादाबाद न्यूज़ डेस्क