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Meerut  इंदिरानगर में रची गई थी हत्या की साजिश

 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  अपने बेटे आयुष साहू के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए पैरवी कर रहे श्रवण साहू की हत्या की साजिश इंदिरा नगर में रची गई. सीबीआई ने जांच शुरू की तो परतें खुलती गईं.

जांच में यह भी पता चला कि आरोपी अकील अंसारी ने पहले आयुष की हत्या के मामले को आगे नहीं बढ़ाने के लिए श्रवण साहू से समझौता करने के लिए संपर्क किया था, पर वह सहमत नहीं हुए. इस पर अकील ने धमकाना शुरू कर दिया. सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में लिखा था कि अकील ने श्रवण की हत्या के लिए माफिया मुन्ना बजरंगी के शूटरों को भी सुपारी दी थी. बाद में यह मामला टल गया था.

विवेचना में पता चला कि 16 में दिवाली के बाद अकील अंसारी ने सह आरोपी सत्यम पटेल के इंदिरा नगर, लखनऊ स्थित आवास पर आरोपी सत्यम पटेल, अमन सिंह, अजय पटेल, रोहित मिश्रा, विवेक वर्मा, बाबू खान व फैसल के साथ आपराधिक षड़यंत्र रचा. इसके बाद मृतक के घर और दुकान की रेकी की गई. सआदतगंज बड़ा चौराहा दालमंडी स्थित दुकान पर देर शाम गोलिया बरसा हत्या कर दी गई. एक फरवरी, 17 का वह दिन शहरवासियों के जेहन में अभी भी ताजा है. इसकी वजह सिर्फ यह है कि इस हत्याकाण्ड ने न सिर्फ पूरे शहर को झकझोर दिया था बल्कि पुलिस महकमा तक हिल गया था. श्रवण साहू एसएसपी से सुरक्षा की गुहार करते रहे थे, काफी मशक्कत के बाद जब तत्कालीन एसएसपी मंजिल सैनी ने आरआई से श्रवण को गनर देने को कहा पर यह मौखिक आदेश अमल में नहीं आया. नतीजा मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर अकील व उसके साथी मकसद में कामयाब हो गए.

 

 

मेरठ न्यूज़ डेस्क