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Mathura  गणेशरा के पास रजवाह में गिरने से किशोर की मौत

 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क   थाना हाइवे अंतर्गत गांव गणेशरा स्थित दुकान से राशन लेने आया किशोर  बाइक समेत रजवाह में गिर गया, जिससे उसकी डूबने से मौत हो गयी. पुलिस प्रशासन ने गोताखोरों की मदद से करीब पांच घंटे बाद शव को निकलवा कर शव पोस्टमार्टम को भिजवाया. इकलौते किशोर की मौत की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया.

 सुबह करीब सवा सात बजे गांव गनेशरा, हाइवे निवासी गुलजार का बेटा कार्तिक (15) बाइक से राशन लेने दुकानदार के यहां गया था. दुकान बंद थी तो कार्तिक दुकानदार के घर रजवाह पार जा रहा था, तभी अचानक बरसात के पानी की फिसलन के चलते वह बाइक समेत रजवाह में गिर गया. इसके चलते कार्तिक की पुकार सामने के मकान निवासी महिला ने सुनीं और उसे पानी में गिरता देखा तो शोर मचाया. जानकारी होने पर आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन गहरा पानी होने के चलते कोई उसमें नहीं उतरा. किशोर के डूबने की सूचना पर थाना हाइवे पुलिस के अलावा एडीएम सदर वैभव गुप्ता, सीओ रिफाइनरी श्वेता वर्मा, सहायक नगर आयुक्त राकेश कुमार त्यागी मौके पर पहुंचे. पुलिस प्रशासन ने गोताखोरों को बुला कर कार्तिक को तलाश कराया. घंटों की मशक्कत के बाद दस गोताखोरों ने रेस्क्यू कर किशोर को निकाला. पुलिस ने उसका शव पोस्टमार्टम को भेज दिया. इसकी जानकारी होने पर किशोर के परिवार में कोहराम मच गया, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

मूलरूप से मेरठ के रहने वाले है कार्तिक के पिता बताते हैं कि मूल रूप से गांव धनजू, दौराला, मेरठ निवासी गुलजार सिंह पिछले करीब एक दशक से परिवार के साथ गांव गणेशरा में आकर किराये के मकान में रह रहे थे. वह यहां ई-रिक्शा चला कर परिवार का पालन पोषण कर रहे थे.

पांच घंटे की मशक्कत के बाद निकाला शव

घर से राशन लेने निकले किशोर कार्तिक के रजवाह में डूबने की सूचना के बाद पुलिस प्रशासन ने दस गोताखोरों को बुला कर तलाश कराया. बताते हैं कि रजवाह में पानी में जलकुंभी होने के कारण गोताखोरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. काफी मशक्कत के बाद करीब पांच घंटे बाद उसके शव को तलाश कर बाहर निकलवाया.

कक्षा नौ का छात्र था कार्तिक

मृतक किशोर कार्तिक के दादा दीदार सिंह ने बताया कि उनका नाती कार्तिक कक्षा-9 वीं में पढ़ता था. वह अपने मां-पिता का इकलौता बेटा था. इसकी तीन बहने हैं. उसकी मृत्यु की जानकारी होने पर परिवार में कोहराम मच गया. बताते हैं कि मृतक किशोर का पालन पोषण उसकी मौसी कर रही थी. इसकी मौत के बाद परिवारीजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. आसपास के लोगों की भी आंखे नम थीं, सभी उसके परिवारीजनों को ढांढस बंधाते रहे.

 

 

मथुरा न्यूज़ डेस्क