×

Mathura  यमुनापार क्षेत्र को राया हेरिटेज सिटी बनने से लगेंगे पंख, चरण की परियोजना को स्वीकृति मिली, 753 ड़ में पर्यटन जोन विकसित होगा

 
 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे राया से वृंदावन तक प्रस्तावित राया हेरिटेज सिटी की डीपीआर पर  शासन की मुहर लगने से यमुनापार इलाके को पंख लगने की पूरी उम्मीद है. इसके विकसित होने से जहां यहां जमीनों के भाव आसमान छुएंगे, वहीं रोजगार के साधन भी बढ़ेंगे.
यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे राया में विकसित होने वाली हेरिटेज सिटी के प्रथम चरण की परियोजना को स्वीकृति मिल गई है. इसमें 753 ड़ भूमि में पर्यटन जोन विकसित होगा. इसमें ब्रज संस्कृति व पर्यटन को केंद्र में रख कर चार गांव पानीगांव, दीवाना, ढकू एवं कल्याणपुर गांव के कुछ हिस्से को शामिल किया है. इससे वृंदावन के साथ मथुरा, गोकुल एवं गोवर्धन को सीधे जोड़ा जाएगा. इससे नए वृंदावन को नया महत्व मिलेगा. इसमें यमुना पुल तक सात किमी का ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे विकसित होगा. इसकी डीपीआर सीबीआरई कंपनी ने बनाई है. इस परियोजना को तीन चरणों में विकसित किया जाएगा. पहले चरण का कार्य वर्ष 2024 से 2026 के बीच, दूसरा चरण वर्ष 2027 से 20 के बीच एवं तीसरा व अंतिम चरण वर्ष 203 के बाद विकसित होगा.


ब्रज रीजन का होगा गेटवे राया हेरिटेज सिटी की ड्राफ्ट रिपोर्ट रिपोर्ट बनाने वाली टीम ने रिपोर्ट बनाने से पूर्व मलेशिया की मलाका सिटी और वियतनाम के शहर का अध्ययन किया है. राया हेरिटेज सिटी ब्रज रीजन का गेटवे होगा.
आसानी से होगी पहुंच राया सिटी पहुंचना आसान होगा. जहां पर यह सिटी बनायी जाएगी, वह यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे है. इसके  ओर बरेली से भरतपुर तक स्टेट हाइवे है जो इस शहर के निकट से निकलेगा.
राया, मांट, महावन का होगा विकास जिले में दिल्ली आगरा हाईवे से जुड़े क्षेत्र की अपेक्षा एक्सप्रेस वे बनने के बाद भी यमुना पार का क्षेत्र पिछड़ा हुआ था. इस परियोजना के बाद यमुना पार के मांट, नौहझील, राया, महावन आदि विकास खंडों में भी विकास की गति तेज हो जाएगी. परियोजना की डीपीआर बनने के दौरान ही प्रस्तावित सिटी के आस-पास जमीनों की कीमतें आसमान छूने लगीं थी. स्वीकृति के बाद इसमें और भी उछाल आ जाएगा. वहीं स्थानीय लोगों के लिए यहां रोजगार, कारोबार के नए आयाम विकसित होंगे. वहीं ब्रज भूमि के आकर्षण को  नई पहचान मिलेगी.


मथुरा न्यूज़ डेस्क