Madhubani बाराचकिया: घान खरीदकर मिलरों को नहीं देने वाले पैक्सों पर होगी कार्रवाई
बिहार न्यूज़ डेस्क अनुमंडल क्षेत्र के पैक्स अध्यक्षों की बैठक एसडीओ शिवानी शुभम की अध्यक्षता में अनुमंडल कार्यालय परिसर में हुई.
बैठक में एसडीओ शिवानी शुभम ने बताया कि चकिया प्रखंड के जमुनिया पैक्स अध्यक्ष द्वारा भी मिलर को धान आपूर्ति नहीं की गयी है, उनके ऊपर पूर्व में ही प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी, वे भी लगातार फरार चल रहे है, कोर्ट के दिशा निर्देश पर उनके ऊपर कुर्की की करवाई की जाएगी, एसडीओ ने बताया कि अनुमंडल क्षेत्र के पैक्स अध्यक्ष द्वारा मिलर को धान की आपूर्ति करायी जा रही है, मिलर को आपूर्ति करने का डेड लाइन 15 सितम्बर तक है, जो पैक्स अध्यक्ष किसान से क्रय किये धान की आपूर्ति मिलर को नहीं कराते है, उन्हें डिॉल्टर घोषित करते हुए कानूनी करवाई की जाएगी. एसडीओ ने बताया कि कल्याणपुर प्रखंड के पटना पैक्स में 8.1 लॉट धान की खरीदारी किसानों से की गई थी, जिसे मिलर के पास आपूर्ति करना था, मिलर इस धान से प्राप्त चावल को एसएफसी गोदाम में जमा कराते, लेकिन उक्त पैक्स अध्यक्ष ने केवल एक लॉट धान मिलर के पास जमा कराया था. शेष 7.1 लॉट यानी 3000 क्विंटल धान उक्त पैक्स अध्यक्ष को जमा कराना था, लगातार अनुश्रवण करने के बावजूद उक्त पैक्स अध्यक्ष में करीब 61 लाख रुपये मूल्य के धान का गबन कर लिया. एसडीओ ने बताया कि प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी से उक्त पैक्स के गोदाम की सत्यापन कराया गया था, लेकिन गोदाम में एक छटांक धान नही मिला.
जगदेव बाबू के सपनों को साकार करने का संकल्प
चकिया नगर परिषद क्षेत्र के केसरिया रोड़ में बाजार समिति गेट के निकट शहीद जगदेव विचार मंच के कार्यकर्ताओं के द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया.
कार्यकर्ताओं ने जगदेव बाबू के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर व फूलमाला पहना कर उन्हें याद किया. वहीं उक्त चौक का नामकरण शहीद जगदेव चौक करने का घोषणा किया. इस अवसर पर मंच के अध्यक्ष गणेश प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि जगदेव बाबू का सपना था कि सौ में नब्बे शोषित है, उस नब्बे शोषित का कल्याण हो. चाहे वह शिक्षा क्षेत्र हो या राजनीति का क्षेत्र हो, सभी क्षेत्र में हिस्सेदारी मिलना चाहिए. वही जिला परिषद 54 मधुबन क्षेत्र के जिला परिषद सदस्य किरण कुशवाहा ने कहा कि बिना एकता के समाज कुछ नहीं करता, किसी भी क्षेत्र में कामयाबी को लेकर संगठित रहना जरुरी है. जगदेव बाबू का यही सपना भी था कि जब तक आप संगठित नहीं होंगे, आपका हक नहीं मिलेगा. राजेंद्र कुशवाहा, बिपिन कुशवाहा, वीरेंद्र कुशवाहा, श्याम सुन्दर कुशवाहा, पूर्व उप प्रमुख नंदू यादव, सुरेन्द्र कुशवाहा आदि थे.
मधुबनी न्यूज़ डेस्क