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Lucknow  को रोजाना पौने  लाख यूनिट बिजली दे रहा सूरज

 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  सूरज की तपिश शहर में बिजली उत्पादन के लिए वरदान साबित हो रही है. इस धूप से शहर में रोजाना करीब पौने  लाख यूनिट बिजली का उत्पादन हो रहा है. बिजली ग्रिड से जुड़े 40 मेगावाट क्षमता के सोलर पैनल अलग-अलग संस्थानों में स्थापित हैं. जबकि करीब पांच मेगावाट सोलर पैनल बिना ग्रिड से जुड़े बिजली पैदा कर रहे हैं. पीएम सूर्य घर योजना के तहत सोलर पैनल लगवाने में 75 प्रतिशत सब्सिडी देने की योजना से  महीने में 4622 शहरियों ने पंजीकरण करा लिया है.

 मेगावाट प्लांट पैदा करता है 4000 यूनिट  मेगावाट सोलर पैनल से रोजाना करीब चार हजार यूनिट सौर बिजली पैदा हो सकती है. इस हिसाब से  किलोवाट का पैनल रोजाना चार यूनिट बिजली देता है. शहर में 45 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्रों से  लाख 80 हजार यूनिट बिजली रोज पैदा हो रही है.

 किलोवाट पर 60 यूनिट का बिल

केस्को के  किलोवाट कनेक्शन धारक उपभोक्ता  महीने में करीब 300 यूनिट बिजली खर्च करता है. जो कि करीब छह रुपये यूनिट के हिसाब से बिल देता है.  किलोवाट का सोलर पैनल महीने में करीब 240 यूनिट सौर बिजली बनाता है. ऐसे में उसे हर महीने 60 यूनिट का बिल पांच रुपये की दर से देना होगा.  किलोवाट का पैनल लगाने में 10 वर्गमीटर खुली छत की जरूरत होती है.

नौ सालों में 3205 ने लगवाया सौलर पैनल

सोलर एनर्जी के पैनल शहर में 2015-16 से लगने शुरू हुए थे. उस  साल में तब 1.186 मेगावाट क्षमता के कुल 13 लोगों ने इस पैनल को लगवाया था. साल 2024 आते-आते अब तक 3205 लोग सोलर पैनल से पैदा बिजली का इस्तेमाल कर रहे हैं. 3077 घरेलू उपभोक्ताओं ने 30 मेगावाट और सौर ऊर्जा का कॉमर्शियल, औद्योगिक इस्तेमाल करने वाले 128 उपभोक्ताओं ने 10.08 मेगावाट के सोलर पैनल शहर में लगवाए हैं. यह सभी केस्को के नेट मीटरिंग सिस्टम से जुड़े हैं. जरूरत की बिजली इस्तेमाल करने के बाद बची बिजली ग्रिड में चली जाती है. इससे केस्को का बिल समायोजित हो कम हो जाता है.

4622 लोगों ने पंजीकरण कराया

सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ता तेजी से बढ़ रहे हैं. अब तक जहां 3205 लोग आठ सालों में पंजीकृत हुए हैं. पीएम सूर्य घर योजना के तहत  महीने में 4622 लोगों ने पंजीकरण करा लिया है.

- सौरभ गौतम, एक्सईएन व नोडल प्रभारी, सौर ऊर्जा, केस्को

 

 

लखनऊ न्यूज़ डेस्क