Lucknow अलीनगर सुनहरा में सड़क,सीवर लाइन न सफाई
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क सरोजनीनगर द्वितीय वार्ड के अलीनगर सुनहरा में न नाली है, न सड़क. सफाई के इंतजाम भी नहीं हैं. यहां बसी 12-15 हजार की आबादी गंदगी के साथ गुजर-बसर कर रही है. मकान और दुकानें बन गई हैं, लेकिन मूलभूत सुविधाओं का इंतजाम नहीं किया गया. सीवर लाइन की बात तो दूर की कौड़ी है. घरों का पानी सड़क पर बह रहा है. लोगों ने घरों के भीतर टैंक बनाए हैं. हरिओमनगर दक्षिण की स्थिति और खराब है. यहां पर ईंट से बनी सड़कों में गड्ढे ही गड्ढे हैं.
कच्ची सड़कें बारिश में जलभराव से ऊंची-नीची हो गई हैं. जलनिकासी का इंतजाम न होने से पूरा इलाका टापू हो जाता है. एक किमी पर कानपुर रोड है. इसके बावजूद हालत यह हैं.
चंदा कर गड्ढे भर रहे हैं लोग हरिओम नगर विकास समिति दक्षिण टू फेज के लोग चंदा इकट्ठा करके सड़कों के गड्ढों को भर रहे हैं. कई ट्रॉली खड़ंजा-मिट्टी डलवा चुके हैं. समिति के अभय द्विवेदी बताते हैं कि नगर निगम सदन में कई बार अलीनगर की बदहाली का मुद्दा उठ चुका है पर कुछ नहीं हुआ.
कॉलोनी में सड़क ही नहीं है. जगह-जगह कीचड़ है. बरसात में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है. सड़क निर्माण के लिए जिम्मेदारों से कई बार कह चुके हैं पर सुनवाई नहीं होती है. -शिव कुमार यादव
नालियां नहीं बनी हैं. घर का सारा पानी बाहर ही फैला रहता है. कीचड़ के चलते बच्चों का घर से निकलना मुश्किल हो जाता है. कुछ दिन पहले बच्चों को स्कूल लेकर जा रही थी तो फिसलकर गिर पड़ी. -निशा शर्मा
सड़क न बनने से बारिश में जलभराव हो जाता है. लोग घरों में कैद हो जाते हैं. बच्चें स्कूल नहीं जा पाते. लोगों ने मिलकर सड़क पर कई जगह गिट्टी डलवाई. नगर निगम कोई सुध नहीं ले रहा है. -राम सागर रावत
कॉलोनी में सफाई की उचित व्यवस्था नहीं है. पानी भरा होने से बीमारियां बहुत फैलती हैं. घर में अक्सर कोई न कोई बीमार रहता है. नगर निगम अधिकारियों व पार्षद से भी शिकायत की, पर कुछ नहीं हुआ.-सीता रावत
नाली न होने से पानी सड़क पर भरता है. बारिश में कई जगह घुटनों तक पानी आ जाता है. एक बार जो रिश्तेदार आ जाता है वह दोबारा नहीं आता. गांव से आने लोग कहते हैं ये मकान बेच दो. चलकर गांव में रहो.-कृष्ण देव मिश्रा
नियमित सफाई न होने से खाली प्लॉटों पर कूड़े का ढेर पड़ा रहता है. सारा दिन मवेशी मंडराते रहते हैं. इससे बच्चों को घर से बाहर नहीं निकलने देते हैं. सड़क खस्ताहाल है. पिछले महीने मैं गिरते-गिरते बची.-अनुराधा शर्मा
थोड़ी सी बारिश हो जाए तो घर से निकलना मुश्किल हो जाता है. एंबुलेंस तक जल्दी नहीं आती है. मुख्य रोड पर आने के बाद कॉलोनी में अन्दर आने को ड्राइवर तैयार नहीं होते हैं.
राम सुमेर शर्मा
यहां न तो सड़क है न पानी निकासी की कोई व्यवस्था है. घरों का निकला गंदा पानी प्लॉटों और सड़क पर भरा रहता है. इससे बीमारी फैलने का डर रहता है. कई बार पार्षद से शिकायत की, पर कुछ नहीं हुआ.-गणेश सिंह
लखनऊ न्यूज़ डेस्क