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Lucknow   साल में बढ़ीं स्वास्थ्य सुविधाएं, इलाज मिलना अभी भी चुनौती

 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  बड़े अस्पतालों से मरीजों का दबाव कम करने के लिए गली-मोहल्लों में छोटे अस्पताल खोले गए. ताकि ओपीडी मरीजों का दबाव कम हो.  साल के लिए 55 हेल्थ पोस्ट सेंटर खुले. 77 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शुरू हुए. इनमें मरीजों को मुफ्त इलाज, जांच व दवाएं दी जा रही है. इसके बावजूद सर्दी, जुकाम, बुखार व टीककारण आदि के लिए बड़े सेंटर की तरफ रुख कर रहे हैं.

सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल का कहना है कि आबादी के लिहाज से हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की संख्या बढ़ाई जा रही है. दवा से लेकर जांच की व्यवस्था पुख्ता है. सभी सेंटरों में एमबीबीएस डॉक्टर मरीज को सलाह दे रहे हैं. मुफ्त टीकाकरण की सुविधा भी बढ़ी है. सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को भी बेहतर बनाया.

केजीएमयू

कैंसर के फैलाव का पता लगाने के लिए पेट स्कैन जांच शुरू की गई. सिकाई के लिए रेडियोथेरेपी मशीन लगाई गई. तीन सीटी स्कैन मशीन खरीदी गई. ताकि ओपीडी व शताब्दी में मरीजों की आसानी से जांच हो सके. कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने बताया कि लारी के नए भवन में ओपीडी शुरू करा दी गई है. जल्द ही 94 बेड के वार्ड में दिल के मरीजों की भर्ती चालू होगी.

लोहिया संस्थान

40 बेड का आईसीयू वार्ड शुरू किया गया है. इसमें इमरजेंसी के गंभीर मरीजों को भर्ती किया जा रहा है. एमबीबीएस की सीटें 150 से बढ़कर 200 हो गई है. डॉक्टर व कर्मचारियों की कमी दूर हुई. नियमित पदों पर पैरामेडिकल स्टाफ व संविदा कर्मचारियों की भर्ती हुई. डायलिसिस बेड बढ़ाए गए. निदेशक डॉ. सीएम सिंह का कहना है जल्द ही न्यूरो साइंस सेंटर शुरू होगा.

 

 

लखनऊ न्यूज़ डेस्क