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Lucknow  पूर्व एसडीएम,वकील और पुलिसकर्मियों पर लूट-मारपीट का केस

 
 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क   बख्शी का तालाब कोतवाली में वर्ष 2017 में एक मकान के पिलर व चहारदीवारी तोड़ने के मामले में पीड़ित की तहरीर पर तत्कालीन एसडीएम ज्योत्सना यादव, नायब तहसीलदार, बिल्डर जयप्रकाश, वकील कल्लन, एसएसआई गिरीश चन्द्र पाण्डेय समेत कई सिपाहियों व अन्य पर एफआईआर दर्ज करायी है. इन पर आरोप है कि बिना सूचना के इन लोगों ने उनके घर की नींव भी खोद डाली थी. विरोध करने पर उनके बेटे, साली की दोनों बच्चियों व पत्नी की पिटाई पहले सड़क पर की, फिर थाने ले जाकर पीटा. इस मामले में कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने  को मुकदमा दर्ज किया है.
मामपुर बाना निवासी अवधेश त्रिवेदी ने एफआईआर में लिखाया है कि वह 22 मई 2017 को हाईकोर्ट से कलेक्ट्रेट के लिये निकला था. इस बीच ही उनके बेटे ने फोन कर बताया कि कई पुलिस वाले, एसडीएम और वकील के वेष में कुछ लोग घर पर आये हैं. ये लोग उन्हें अपशब्द कह रहे हैं. ये लोग जेसीवी से घर गिराने की धमकी दे रहे हैं. वह कुछ देर में ही बीकेटी अपने घर पहुंचा तो देखा कि एसडीएम ज्योत्सना कई वकीलों व महिला पुलिसकर्मियों के साथ मौजूद है. बीकेटी थाने से कई सब इंस्पेक्टर भी वहां थे. इन लोगों से जब कहा कि बिना सूचना के कैसे कार्रवाई करने आ गये. इस पर सबने उनकी दो बेटियों व पत्नी की पिटाई कर दी. इसके बाद उसके घर का पिलर तोड़ने लगे. विरोध करने पर ये लोग उन्हें थाने ले जाने लगे. नाबालिग बेटे ने मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू किया तो मोबाइल छीन लिया.

घर में घुसकर आलमारी से रुपये लूटने का आरोप
पीड़ित का आरोप है कि ये सब लोग उनके घर में घुस गये थे. आलमारी में रखे 14 हजार रुपये, जेवर लूट लिये. दो पुलिसकर्मी उनकी एक गाय व बछिया को पीटते हुए गांव के बाहर ले गये. इस बछिया का अभी तक पता नहीं चला है. शोर मचाने पर एसडीएम के कहने पर ये लोग जीप में उन लोगों को थाने ले गये. वहां आठ घंटे तक रखा. इस दौरान भी उन्हें थाने पर प्रताड़ित किया गया. बीकेटी पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है.


लखनऊ न्यूज़ डेस्क