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Kanpur  विदेशी शेयरों से भरी झोली पर आयकर के नाम पर साध ली चुप्पी

 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  नए-नए तरीकों से आयकर चोरी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. कोई नौकरों के नाम पर प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री करके टैक्स छिपा रहा तो किसी ने आमदनी के दूसरे माध्यमों को ही पूरी तरह दबा लिया. ताजा कड़ी में आयकर विभाग की पकड़ में टैक्स से बचने का नया खेल आया है. विदेशी शेयरों के दम पर अपनी झोली भरने वालों ने आयकर देने के नाम पर पूरी तरह से चुप्पी साध ली. सालों तक विदेशी कंपनियों के शेयरों की खरीद-फरोख्त करके अच्छी-खासी रकम कमाई पर जब उस पर आयकर विभाग को टैक्स देने की बारी आई तो मौन साध गए. वर्ष 2020-21 के अंतर्गत दाखिल रिटर्न की जांच में टैक्स चोरी पकड़ में आई तो हड़कंप मच गया. नोटिस भेजकर विभाग आमदनी का विवरण मांग रहा है. कार्रवाई की तलवार लटक रही.

अमेरिका, जापान की कंपनियों के शेयर :आयकर विभाग के रडार पर आए लोगों ने अमेरिका, ब्रिटिश, चीन, जापान समेत कई देशों की कंपनियों के शेयरों की खरीद बिक्री में लंबे समय तक पैसा लगाया. इन कंपनियों से अच्छा-खासा मुनाफा भी हुआ. रिटर्न दाखिल करते समय संबंधित लोगों ने विदेशी शेयरों से हुए मुनाफा का जिक्र तक नहीं किया.

दो से ढाई करोड़ की टैक्स चोरी, बढ़ सकता है आंकड़ा

विदेशी शेयरों के जरिए बड़ी कमाई करने वालों ने करीब दो से ढाई करोड़ की टैक्स चोरी को अंजाम दिया है. हालांकि जांच जारी होने के कारण यह आंकड़ा अभी और बढ़ने के पूरे आसार हैं. वहीं विभाग ने ऐसे लोगों से पूरा विवरण मांगा है.

जवाब न देने पर होगा खाता सीज

आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार, विदेशी शेयरों के दम पर टैक्स चोरी का खेल करने वालों को विभाग की ओर से धारा 148 के तहत नोटिस भेजा गया है. संबंधित लोगों से आय का विवरण निर्धारित समय पर देने को कहा गया. सही व संतोषजनक जवाब न देने वालों के खातों को सीज करके टैक्स वसूली होगी.

विदेशी शेयरों के जरिए अच्छा मुनाफा कमाने के बावजूद आयकर न देना दंडनीय है. वित्तीय वर्ष 2020-21 के अंतर्गत दाखिल रिटर्न की जांच में टैक्स चोरी का खेल सामने आया है. विभाग की ओर से मिले धारा 148 के तहत नोटिस का जवाब देना होगा. जवाब संतोषजनक न होने पर विभाग कार्रवाई के लिए स्वतंत्र है.

अंकुर गोयल, वरिष्ठ कर विशेषज्ञ

 

 

कानपूर न्यूज़ डेस्क