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जोधपुर में अपराध पर 'ड्रोन' की नजर, हर सप्ताह दो टीमें तैनात, वीडियो में जानें रियल टाइम एक्शन की तैयारी

 

जोधपुर शहर में अपराध पर कड़ी लगाम कसने और असामाजिक गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पुलिस ने तकनीक का सहारा लिया है। अब पुलिस की नजर जमीन से नहीं, बल्कि आसमान से भी अपराधियों पर टिकी रहेगी। इसके तहत जोधपुर पुलिस ने दो ड्रोन टीमों को साप्ताहिक रूप से तैनात करने की योजना बनाई है।

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इस पहल को लेकर पुलिस उपायुक्त शैलेन्द्र सिंह इंदोलिया की ओर से आदेश जारी किए गए हैं, जिसमें ड्रोन टीमों की संगठित निगरानी और त्वरित कार्रवाई की जिम्मेदारी तय की गई है।

अपराध नियंत्रण की हाईटेक रणनीति

पुलिस के अनुसार, इन ड्रोन टीमों का मुख्य उद्देश्य होगा:

  • अपराध की रोकथाम के लिए संवेदनशील इलाकों की निगरानी करना

  • भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था पर नजर रखना

  • अवैध गतिविधियों की पहचान और तुरंत कार्रवाई करना

  • पुलिस गश्त और फोर्स की तैनाती को निर्देशित करना

इन टीमों को हर सप्ताह विशिष्ट इलाकों में रोटेशन के आधार पर तैनात किया जाएगा, ताकि पूरे जोधपुर शहर में एक संतुलित और प्रभावी निगरानी व्यवस्था बनाई जा सके।

🛸 कैसे काम करेंगी ड्रोन टीमें?

  • हर टीम में प्रशिक्षित ऑपरेटर और पुलिसकर्मी शामिल होंगे

  • ड्रोन कैमरों के जरिए रियल टाइम वीडियो फीड कंट्रोल रूम तक भेजी जाएगी

  • संदिग्ध गतिविधियों या भीड़भाड़ की स्थिति में फील्ड यूनिट्स को तुरंत अलर्ट किया जाएगा

  • रात के समय भी नाइट विजन ड्रोन का इस्तेमाल कर निगरानी की जाएगी

आसूचना संकलन में भी आएगी क्रांति

जोधपुर पुलिस ने ड्रोन टीमों को आसूचना (intelligence gathering) में भी शामिल किया है। खासकर उन इलाकों में जहां परंपरागत तरीके से निगरानी मुश्किल होती है, वहां ड्रोन तकनीक सटीक और विश्वसनीय सूचना उपलब्ध करा सकेगी।

पुलिस का बयान

पुलिस उपायुक्त शैलेन्द्र सिंह इंदोलिया ने बताया: “यह पहल जोधपुर को स्मार्ट और सुरक्षित शहर बनाने की दिशा में अहम कदम है। ड्रोन से निगरानी से अपराधियों पर मनोवैज्ञानिक दबाव भी बनेगा और पुलिस को समय रहते कार्रवाई का अवसर मिलेगा।”