नए साल की शुरुआत के साथ ही पर्यटकों को लगेगा झटका, 1 जनवरी से स्मारकों के टिकटों में बढ़ोतरी
नए साल 2026 की शुरुआत पर जयपुर आने वाले पर्यटकों को झटका लगा है। 1 जनवरी से आमेर किला, हवामहल, जंतर-मंतर, अल्बर्ट हॉल सहित राजस्थान के प्रमुख स्मारकों में प्रवेश के लिए टिकटों की कीमतों में वृद्धि कर दी गई है। इस कदम का उद्देश्य पर्यटन स्थलों के रखरखाव और विकास कार्यों के लिए अतिरिक्त राजस्व जुटाना बताया जा रहा है।
राजस्थान पर्यटन बोर्ड ने अधिकारियों के माध्यम से जानकारी दी कि टिकटों में यह वृद्धि सभी स्मारकों पर लागू होगी। नई कीमतों के अनुसार आमेर किला, हवामहल और अन्य ऐतिहासिक स्थलों में पर्यटकों को अब अधिक शुल्क अदा करना होगा। बोर्ड का कहना है कि यह कदम स्मारकों के संरक्षण, सुरक्षा और साफ-सफाई को सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है।
पर्यटकों और ट्रैवल एजेंसियों का कहना है कि टिकट बढ़ोतरी से बजट पर असर पड़ेगा। कई पर्यटक पहले से ही अपने नए साल और पर्यटन सीजन की योजना बना रहे थे, लेकिन टिकट महंगे होने से उन्हें खर्च का पुनर्मूल्यांकन करना पड़ सकता है। ट्रैवल एजेंसियों ने भी आगाह किया है कि यह बढ़ोतरी छोटे और मध्यम बजट वाले पर्यटकों के लिए चुनौती बन सकती है।
पर्यटन विशेषज्ञों का कहना है कि टिकट बढ़ोतरी का असर अल्पकालिक रूप से पर्यटकों पर पड़ सकता है, लेकिन लंबे समय में इससे स्मारकों का संरक्षण और सुविधाओं का स्तर बेहतर होगा। यह कदम पर्यटकों के अनुभव को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए उठाया गया है।
स्थानीय व्यापारियों और होटलों के लिए यह अच्छी खबर भी है, क्योंकि पर्यटन स्थलों पर बढ़ती भीड़ और बेहतर सुविधाओं से होटल, रिसॉर्ट और रेस्टोरेंट उद्योग को लाभ होने की संभावना है। पर्यटन विभाग ने बताया कि प्रवेश शुल्क में यह वृद्धि स्मारकों के रखरखाव, सुरक्षा उपाय और नई सुविधाओं के विकास के लिए इस्तेमाल की जाएगी।
पर्यटक अधिकारियों ने बताया कि टिकट बढ़ोतरी के बावजूद, स्मारकों की लोकप्रियता पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। आमेर किला, हवामहल, जंतर-मंतर और अल्बर्ट हॉल जैसे स्थलों का आकर्षण हमेशा से ही पर्यटकों के लिए प्रमुख रहा है।
इस बढ़ोतरी के मद्देनजर पर्यटन विभाग ने डिजिटल टिकटिंग और ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा भी बढ़ा दी है। पर्यटक अब अपने स्मार्टफोन या कंप्यूटर के माध्यम से टिकट बुक कर सकते हैं, जिससे लंबी कतारों और समय की बचत में मदद मिलेगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि टिकट की बढ़ोतरी और डिजिटल सुविधाओं का संयोजन पर्यटन को और व्यवस्थित बनाने में मदद करेगा। इससे पर्यटक अपने समय का बेहतर उपयोग कर सकेंगे और स्मारकों का आनंद अधिक आरामदायक तरीके से ले पाएंगे।
जयपुर आने वाले पर्यटक अब नई कीमतों को ध्यान में रखते हुए अपनी यात्रा की योजना बनाएं। स्मारकों के टिकट महंगे होने के बावजूद, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों का आकर्षण पर्यटकों को बनाए रखेगा और शहर के पर्यटन उद्योग को मजबूती देगा।