जयपुर से शुरू हुआ गौरवशाली पर्वतारोहण अभियान, वीडियो में जानें केदारकंठा शिखर पर तिरंगा फहराने का संकल्प
साहस, देशभक्ति और युवाओं के अदम्य जज्बे का प्रतीक एक विशेष पर्वतारोहण अभियान गुरुवार को जयपुर से विधिवत रूप से शुरू हुआ। इस अभियान को राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने विद्याधरनगर विधानसभा क्षेत्र से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। छह सदस्यीय यह दल हिमालय की गढ़वाल रेंज में स्थित 12,600 फीट ऊंची बर्फीली केदारकंठा चोटी पर भारतीय तिरंगा फहराने के संकल्प के साथ रवाना हुआ है।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने टीम के सदस्यों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि यह अभियान न केवल साहस और आत्मविश्वास का प्रतीक है, बल्कि युवाओं में देशभक्ति, अनुशासन और प्रकृति के प्रति सम्मान की भावना को भी मजबूत करता है। उन्होंने कहा कि ऐसे अभियानों से युवाओं को नई दिशा और प्रेरणा मिलती है तथा यह संदेश जाता है कि कठिन परिस्थितियों में भी दृढ़ संकल्प के साथ लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
पर्वतारोहण दल में शामिल सभी सदस्य अनुभवी और प्रशिक्षित हैं। टीम ने केदारकंठा शिखर पर पहुंचकर भारतीय तिरंगा फहराने का लक्ष्य निर्धारित किया है। मौसम की परिस्थितियां अनुकूल रहने पर 25 दिसंबर 2025 को केदारकंठा की चोटी पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा। यह तिथि इसलिए भी विशेष मानी जा रही है क्योंकि यह दिन देशवासियों के लिए उत्सव और एकजुटता का प्रतीक होता है।
केदारकंठा पर्वत शिखर उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालय में स्थित है और इसे अपनी प्राकृतिक सुंदरता, घने जंगलों और बर्फ से ढके रास्तों के लिए जाना जाता है। सर्दियों के मौसम में यहां तापमान बेहद कम हो जाता है और भारी बर्फबारी के कारण चढ़ाई और भी चुनौतीपूर्ण हो जाती है। ऐसे में इस अभियान को साहसिक और चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है।
अभियान से जुड़े आयोजकों ने बताया कि टीम ने यात्रा से पहले शारीरिक फिटनेस, पर्वतारोहण तकनीक, आपातकालीन स्थितियों से निपटने और पर्यावरण संरक्षण से संबंधित विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया है। दल का उद्देश्य केवल शिखर पर पहुंचना ही नहीं, बल्कि यह संदेश देना भी है कि युवा किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं, बशर्ते उनके भीतर आत्मविश्वास और देश के प्रति समर्पण हो।
कार्यक्रम के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और बड़ी संख्या में युवा मौजूद रहे। सभी ने टीम के सुरक्षित और सफल अभियान की कामना की। लोगों ने इस पहल को युवाओं के लिए प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि ऐसे अभियानों से राष्ट्रप्रेम और सकारात्मक सोच को बढ़ावा मिलता है।
यह पर्वतारोहण अभियान न केवल एक साहसिक यात्रा है, बल्कि यह देश के युवाओं की शक्ति, संकल्प और राष्ट्र के प्रति उनके अटूट प्रेम का प्रतीक भी है। अब पूरे प्रदेश और देश की निगाहें इस टीम पर टिकी हैं, जो हिमालय की ऊंचाइयों पर तिरंगा फहराकर देश का मान बढ़ाने के लिए आगे बढ़ चुकी है।