जयपुर मेट्रो पिलर के पास धंसी सड़क, देखे सीसीटीवी फोटो में तीन दिन बाद भी नहीं पहुंचा निगम का कोई अधिकारी
राजधानी जयपुर से एक चौकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने नगर निगम हेरिटेज की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शहर के अत्यंत व्यस्त जंक्शन और रेलवे स्टेशन मेट्रो पिलर नंबर 148 के पास सड़क अचानक धंस गई, जिससे वहां एक बड़ा और खतरनाक गड्ढा बन गया है। हैरानी की बात यह है कि यह हादसा तीन दिन पहले हुआ था, लेकिन अभी तक नगर निगम हेरिटेज का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है।
यह क्षेत्र शहर के प्रमुख मार्गों में शामिल है, जहां दिनभर भारी यातायात रहता है। सड़क धंसने के बाद भी न तो मरम्मत कार्य शुरू हुआ है और न ही प्रशासन की ओर से कोई चेतावनी बोर्ड या बैरिकेडिंग की गई है। इससे आमजन की जान को खतरा बना हुआ है।
स्थानीय लोगों और यात्रियों के अनुसार, गड्ढा इतना बड़ा है कि यदि कोई वाहन गलती से इसमें उतर जाए तो बड़ा हादसा हो सकता है। बावजूद इसके, ट्रैफिक को डायवर्ट करने की बजाय केवल वन-वे कर दिया गया है, जिससे सुबह और शाम के समय यहां लंबा ट्रैफिक जाम लग रहा है। कई बार राहगीर और दुपहिया वाहन चालकों को जान जोखिम में डालकर इस हिस्से से निकलते देखा गया है।
यातायात पुलिस की ओर से भी इस गंभीर स्थिति को लेकर कोई स्पष्ट निर्देश या ट्रैफिक मैनेजमेंट की व्यवस्था नहीं की गई है। कुछ जागरूक नागरिकों ने गड्ढे के आसपास लकड़ियां और पत्थर रख दिए हैं ताकि लोग सतर्क रहें, लेकिन यह अस्थाई इंतजाम किसी भी गंभीर दुर्घटना को नहीं रोक सकता।
स्थानीय निवासी रमेश शर्मा ने बताया, “यह सड़क मेट्रो स्टेशन और रेलवे स्टेशन को जोड़ती है, यहां प्रतिदिन हजारों लोग गुजरते हैं। लेकिन निगम की लापरवाही से अब यहां जानलेवा हालात बन गए हैं।” वहीं, एक अन्य निवासी सरिता देवी ने कहा, “न तो यहां कोई अधिकारी आया, न ही किसी ने पूछताछ की। हम खुद अपने स्तर पर लोगों को सतर्क कर रहे हैं।”
नगर निगम हेरिटेज ज़ोन की इस लापरवाही को लेकर क्षेत्रीय पार्षद से लेकर स्थानीय व्यापारियों में रोष है। वे जल्द से जल्द मरम्मत कार्य शुरू करने और ट्रैफिक को सुरक्षित दिशा में मोड़ने की मांग कर रहे हैं।
यह मामला एक बार फिर शहर की अधोसंरचना और जिम्मेदार एजेंसियों की उदासीनता को उजागर करता है। यदि जल्द कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो यह गड्ढा एक बड़े हादसे को न्योता दे सकता है।