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एसओजी ने तीन फर्जी डॉक्टरों को किया गिरफ्तार, फुटेज में समझें FMGE सर्टिफिकेट के जरिए इंटर्नशिप की थी धोखाधड़ी

 

स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों ने विदेश से एमबीबीएस करने का दावा करते हुए FMGE का फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर भारत में इंटर्नशिप की। फिलहाल एसओजी द्वारा आरोपियों से पूछताछ जारी है।

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गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं:

  • डॉ. पीयूष कुमार त्रिवेदी, निवासी प्रेम रूक्मणी, दौसा

  • डॉ. शुभम गुर्जर, निवासी खेरवाल, दौसा

  • डॉ. देवेन्द्र सिंह गुर्जर, निवासी खुरी कला, दौसा

एसओजी का बयान
एडीजी (एसओजी) विशाल बंसल ने बताया कि सूचना मिली थी कि डॉ. पीयूष कुमार त्रिवेदी ने FMGE परीक्षा में पास नहीं होने के बावजूद फर्जी FMGE सर्टिफिकेट बनवाया। इसके बाद उन्होंने गैंग की मदद से NMC (National Medical Commission) से इंटर्नशिप की अनुमति हासिल कर ली।

इंटर्नशिप और मेडिकल कॉलेज आवंटन
फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर पीयूष कुमार को राजकीय मेडिकल कॉलेज करौली में इंटर्नशिप के लिए आवंटन भी कर दिया गया था। एसओजी ने बताया कि तीनों आरोपी फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर मेडिकल क्षेत्र में घुसपैठ कर रहे थे।

कानूनी कार्रवाई और जांच
एसओजी ने कहा कि तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के तहत केस दर्ज किया गया है। आरोपियों से पूछताछ में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इनके पीछे कोई बड़ी फर्जीवाड़ा गिरोह तो नहीं है।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के फर्जी डॉक्टर न केवल चिकित्सा क्षेत्र में सुरक्षा और गुणवत्ता के लिए खतरा हैं, बल्कि मरीजों की जान के लिए भी गंभीर जोखिम पैदा कर सकते हैं।

एसओजी की यह कार्रवाई मेडिकल क्षेत्र में पारदर्शिता बनाए रखने और फर्जी डॉक्टरों को पकड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। जांच पूरी होने के बाद आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।