जयपुर में रक्षाबंधन पर तीन भाइयों ने बहन को लूट और अपहरण का शिकार बनाया, पुलिस ने की गिरफ्तारियां
राजस्थान की राजधानी जयपुर में रक्षाबंधन के पावन अवसर पर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। शहर के सदर थाना क्षेत्र में तीन भाइयों ने अपनी बहन को राखी पर तोहफा देने के बहाने लूट और अपहरण की सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया। यह घटना शहर में बड़ी चर्चा का विषय बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार, तीनों भाइयों ने बहन को रक्षाबंधन का तोहफा देने के नाम पर उससे संपर्क किया और बाद में उसे जबरन पकड़कर लूटपाट की। वारदात के दौरान बहन को अपहरण भी किया गया, जिससे उसके परिवार में दहशत फैल गई। घटना की सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू की।
पुलिस ने मामले की गहनता से जांच की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों से लूटी गई वस्तुएं और अन्य सबूत भी बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार किए गए भाइयों के खिलाफ धारा 363 (अपहरण), 392 (डकैती), और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस वारदात ने रक्षाबंधन जैसे पवित्र त्यौहार के महत्व को भी प्रश्नचिन्ह के घेरे में ला दिया है। लोग इस घटना को लेकर आश्चर्य और निंदात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं, क्योंकि भाई-बहन के बीच प्यार और विश्वास का यह त्यौहार सुरक्षा और सम्मान का प्रतीक होता है।
सदर थाना प्रभारी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पुलिस इस प्रकार की वारदातों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी और दोषियों को कानून के कठोरतम प्रावधानों के तहत सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे आपस में प्रेम और सद्भाव बनाए रखें तथा किसी भी अनियमितता की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
इस मामले के बाद जयपुर पुलिस ने सुरक्षा और सामाजिक जागरूकता के लिए कई कदम उठाने का भी ऐलान किया है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
कुल मिलाकर, रक्षाबंधन के पावन मौके पर हुई यह लूट और अपहरण की घटना समाज में भाई-बहन के संबंधों की पवित्रता को चुनौती देती है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं, जिससे पीड़ित परिवार को न्याय की उम्मीद मिली है। जयपुर पुलिस की सतर्कता और तत्परता की इस घटना में सराहना की जा रही है।