राजस्थान में भारी बरसात ने बढ़ाई आमजन, किसानों और प्रशासन की मुश्किलें, वीडियो में जानें 11 जिलों में रेड अलर्ट जारी
राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। बारिश के कारण आमजन के साथ-साथ किसानों और प्रशासन के लिए भी समस्याएं बढ़ गई हैं। इस मौसम में अत्यधिक बारिश के कारण जलभराव, सड़कों पर कीचड़ और बिजली की आपूर्ति में बाधा जैसी समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं। इसके अलावा, किसानों को भी अपनी फसलों को हुए नुकसान के कारण चिंता का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम विभाग ने अगले 2 से 3 दिनों के लिए राज्य के 11 जिलों में हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर तेज बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग ने इस दौरान भारी बारिश के कारण नदी-नालों के उफान पर आने, बाढ़ जैसी स्थितियों और रेत के तूफान जैसी घटनाओं की आशंका जताई है। राजस्थान के जिन जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, उनमें जोधपुर, पाली, नागौर, अजमेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, झुंझुनू, सीकर, टोंक, भरतपुर और अलवर प्रमुख हैं।
मौसम विभाग ने इस दौरान लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अनावश्यक यात्रा से बचें और ऊंचे स्थानों पर ना जाएं, क्योंकि बारिश के दौरान इन इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, कृषि क्षेत्रों में भी किसानों को फसल के नुकसान से बचने के लिए जरूरी कदम उठाने की सलाह दी गई है।
किसानों की परेशानियां:
राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में भारी बारिश के कारण किसानों के लिए समस्याएं और बढ़ गई हैं। बारिश से खेतों में पानी भरने और फसलों के क्षति पहुंचने का खतरा मंडरा रहा है। विशेष रूप से उन क्षेत्रों में, जहां पहले ही पानी की कमी थी, वहां अब पानी का अत्यधिक स्तर फसलों को नुकसान पहुंचा सकता है। जो किसान अपनी फसल काटने के लिए तैयार थे, उनके लिए यह मौसम एक बड़ा झटका साबित हो रहा है।
प्रशासन की तैयारियां:
राज्य प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए राहत कार्यों की शुरुआत कर दी है। बाढ़ और जलभराव वाले क्षेत्रों में राहत कार्यों के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं। साथ ही, चिकित्सा और खाद्य सामग्री की आपूर्ति को सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभाग सक्रिय हो गए हैं।
सड़क परिवहन पर असर:
राजस्थान में बारिश के कारण कई जिलों में सड़कों पर जलभराव हो गया है, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है। कई क्षेत्रों में जलभराव के कारण बस और ट्रेनों की आवाजाही में भी देरी हो रही है। प्रशासन ने सड़कों की सफाई और जल निकासी के लिए कर्मचारियों की तैनाती की है ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना को रोका जा सके।