×

हनुमान बेनीवाल ने साधा सचिन पायलट पर निशाना, वीडियो में जानें बोले कांग्रेस-बीजेपी की मिलीभगत से छोटे दलों को खत्म करने की साजिश

 

राजस्थान की सियासत एक बार फिर गरमाई हुई है। नागौर से सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने एक बार फिर कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने न केवल दोनों दलों को एक-दूसरे की मदद से राजनीति करने वाला गिरोह बताया, बल्कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पर भी निशाना साधा।

<a href=https://youtube.com/embed/orT6Yall6Xo?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/orT6Yall6Xo/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" style="border: 0px; overflow: hidden"" style="border: 0px; overflow: hidden;" width="640">

"सचिन को नहीं जाना चाहिए था गहलोत के घर"

मीडिया से बातचीत में हनुमान बेनीवाल ने कहा कि

"सचिन पायलट को अशोक गहलोत के घर नहीं जाना चाहिए था। अगर वो वास्तव में अपने सिद्धांतों पर टिके होते, तो उन्हें उस व्यक्ति के घर नहीं जाना था जिसने कभी उन्हें अपमानित किया।"

बेनीवाल ने यह भी जोड़ा कि

"मैंने जब वसुंधरा राजे से राजनीतिक मतभेद रखे, तो फिर कभी उनके घर नहीं गया। पायलट को भी यही रुख अपनाना चाहिए था।"

कांग्रेस-बीजेपी पर साठगांठ का आरोप

हनुमान बेनीवाल ने दो कदम आगे बढ़ते हुए कांग्रेस और बीजेपी पर 'छुपी हुई साठगांठ' का आरोप लगाया। उनका दावा है कि दोनों पार्टियां राजनीतिक फायदे के लिए एक-दूसरे की मदद करती हैं, और असल में उनका उद्देश्य छोटे दलों को खत्म करना है।

उन्होंने कहा:

"कभी कांग्रेस और कभी बीजेपी, दोनों ने छोटे दलों को कमजोर करने की साजिशें रची हैं। चुनावों में इनकी दोस्ती सामने नहीं आती, लेकिन सत्ता की अंदरूनी राजनीति में ये एक-दूसरे के लिए बिछावन बन जाते हैं।"

छोटे दलों को दरकिनार करने की राजनीति

RLP प्रमुख ने यह भी कहा कि चाहे विधानसभा चुनाव हो या लोकसभा, दोनों बड़ी पार्टियां हमेशा इस कोशिश में लगी रहती हैं कि क्षेत्रीय दल उभर न पाएं

"बड़े दलों का मकसद है कि किसी भी क्षेत्रीय नेता या संगठन को उभरने न दिया जाए। ये लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।"

राजस्थान में नई सियासी चालें?

हनुमान बेनीवाल के इस बयान को आगामी राजस्थान विधानसभा उपचुनाव और लोकसभा रणनीति से भी जोड़ा जा रहा है। पायलट और गहलोत की मुलाकात को लेकर पहले से ही कई तरह के राजनीतिक समीकरण लगाए जा रहे हैं, और बेनीवाल की यह टिप्पणी इन अटकलों को और हवा देती है।