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वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2020 पेपर लीक, बांसवाड़ा से सरकारी कर्मचारी गिरफ्तार, वीडियो में जानें SOG टीम ने जयपुर लाकर शुरू की पूछताछ

 

राजस्थान में चल रही प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक के मामलों की कड़ी में एक और बड़ा खुलासा सामने आया है। वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2020 पेपर लीक मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने बांसवाड़ा जिले से एक सरकारी कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। गंभीर आरोपों से घिरे इस सरकारी कर्मचारी को SOG की टीम ने जयपुर लाकर पूछताछ शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपी ने करीब साढ़े तीन लाख रुपये लेकर तीन अभ्यर्थियों, जिनमें उसका चचेरा भाई भी शामिल है, को परीक्षा से पहले पेपर पढ़ाया था।

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क्या है पूरा मामला?

राजस्थान की वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2020 उस समय विवादों में आ गई थी जब परीक्षा से पहले पेपर लीक होने की सूचनाएं आई थीं। इस मामले में लंबे समय से जांच कर रही SOG ने कई सुरागों के आधार पर बांसवाड़ा के सरकारी कर्मचारी को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने यह स्वीकार किया कि उसने पेपर लीक कर कुछ अभ्यर्थियों को फायदा पहुंचाया।

आरोपी की पहचान और भूमिका

सूत्रों के मुताबिक, आरोपी एक सरकारी स्कूल में कार्यरत कर्मचारी है। उसने साढ़े तीन लाख रुपए लेकर अपने चचेरे भाई और दो अन्य कैंडिडेट्स को प्रश्नपत्र परीक्षा से पहले उपलब्ध करवाया।
अब तक की जांच में यह स्पष्ट हो चुका है कि आरोपी ने जानबूझकर आर्थिक लाभ के लिए गुप्त जानकारी साझा की, जिससे परीक्षा की पारदर्शिता पर सवाल उठे हैं।

SOG की कार्रवाई तेज

SOG ने आरोपी को जयपुर लाकर पूछताछ शुरू कर दी है। सूत्र बताते हैं कि आरोपी से पेपर की सप्लाई करने वालों की चैन, पैसे के लेन-देन, और बाकी नेटवर्क को लेकर पूछताछ की जा रही है।
SOG के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि यह गिरफ्तारी पेपर माफिया के बड़े नेटवर्क तक पहुंचने की दिशा में अहम कड़ी हो सकती है।

भर्ती प्रक्रिया पर फिर सवाल

राजस्थान में हाल के वर्षों में रीट, पटवारी, SI, वनरक्षक जैसी परीक्षाओं में पेपर लीक के मामले सामने आ चुके हैं, जिससे भर्ती प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।
वनरक्षक परीक्षा में हुई इस लापरवाही ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि परीक्षा प्रणाली में सुधार और तकनीकी निगरानी की सख्त जरूरत है।

आगे की कार्रवाई

SOG अब इस केस में बैंक खातों, कॉल डिटेल्स, व्हाट्सएप चैट और अन्य डिजिटल साक्ष्यों के माध्यम से आरोपियों के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने में जुटी है। जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।