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कांग्रेस की चुप्पी पर बीजेपी ने उठाए सवाल, कहा- लोकेश शर्मा के खुलासों पर क्यों नहीं बोल रहे राहुल-प्रियंका

 
जयपुर न्यूज़ डेस्क !!! लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले लोकेश शर्मा के चौंकाने वाले खुलासे से राजस्थान की राजनीति में भूचाल आ गया है. गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लोकेश के खुलासे का जिक्र करते हुए गहलोत सरकार पर तीखा हमला बोला. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा द्वारा फोन टेप और पेपर लीक मामले का सार्वजनिक तौर पर खुलासा करने पर अब बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं.

लोकेश के खुलासे पर चुप क्यों हैं राहुल-प्रियंका?

भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा पेपर लीक की बात कर रहे हैं, पिछली गहलोत सरकार के दौरान 19 बार पेपर लीक हुए थे. इन सभी घटनाक्रमों में गहलोत के ओएसडी ने कांग्रेस के भ्रष्टाचार की कलई बार-बार खोली है. पूर्व सीएम गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने सार्वजनिक रूप से गहलोत पर आरोप लगाते हुए तथ्यों के साथ गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार की कड़ी खोली. लोकेश शर्मा ने मीडिया को पैन ड्राइव और पत्रों के साथ कांग्रेस नेताओं के फोन टेप किए गए ऑडियो क्लिप भी सौंपे हैं। गहलोत सरकार के खिलाफ इस खुलासे के बाद से सभी कांग्रेस नेताओं के मुंह पर ताला क्यों लगा हुआ है?

गहलोत सरकार ने 70 लाख युवाओं के सपनों से किया खिलवाड़: लक्ष्मीकांत

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि राजस्थान में पिछले पांच साल से व्याप्त भ्रष्टाचार को उनके अपने ही लोग उजागर करने लगे हैं। प्रदेश की जनता वो दिन नहीं भूली है जब पेपर लीक के कारण प्रदेश के 70 लाख युवाओं के सपनों के साथ खिलवाड़ हुआ था और जब मामले में सीबीआई जांच की मांग की गई तो युवाओं पर लाठियां बरसाई गई थीं। वहीं पेपर लीक मामले में डीपी जारोली का नाम आने के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया जाता है और फिर पूर्व सीएम गहलोत के कहने पर एसओजी जारोली को क्लीन चिट दे देती है.

एसओजी पर दबाव बनाकर कांग्रेस नेताओं को बचाया गया

बीजेपी प्रवक्ता ने आगे कहा कि गहलोत और उनके मंत्रियों ने प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर खुलेआम बेचे और जब जांच की बात आई तो अपने नेताओं को बचाने के लिए एसओजी पर दबाव डाला गया. कांग्रेस सरकार में राज्य मंत्री रहे गोपाल केसावत नगर पालिका में अधिशाषी अधिकारी भर्ती परीक्षा के नाम पर लाखों की रिश्वत मांगते हुए पकड़े गए थे. गोपाल केसावत की गिरफ्तारी के बाद जब आरोप पत्र पेश किया गया तो पूर्व सीएम गहलोत के कहने पर आरोप पत्र से भ्रष्टाचार की धाराएं हटा दी गईं, इससे साफ है कि सरकार खुद भ्रष्टाचार में लिप्त थी.

भाजपा सरकार बनने के बाद अब तक 87 आरोपी जेल में हैं

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश की जनता को आश्वासन दिया था कि भाजपा सरकार बनने पर पेपर लीक के आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। सरकार बनने के मात्र तीन माह में ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश की डबल इंजन सरकार पेपर लीक के आरोपियों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई कर रही है। एसओजी अब तक पेपर लीक के 87 आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम कर चुकी है.