×

अशोक गहलोत ने राहुल गांधी के बयान का समर्थन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर साधा निशाना

 

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के बयान का समर्थन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया है। गहलोत ने कहा कि मोदी सरकार के शासन में भारत चौतरफा घिर रहा है और देश की स्थिति गंभीर होती जा रही है। उनका कहना था कि राहुल गांधी का बयान पूरी तरह से सटीक है और मौजूदा सरकार की नीतियों की आलोचना करना जरूरी है, क्योंकि देश कई मोर्चों पर संकट का सामना कर रहा है।

गहलोत ने कहा - "भारत घिर रहा है"

पूर्व मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, "राहुल गांधी ने जो कहा है वह बिल्कुल सही है। मोदी सरकार के शासन में भारत हर दिशा से घिर रहा है। विदेश नीति, आर्थिक स्थिति और सामाजिक अस्थिरता के मामले में सरकार की नीतियां पूरी तरह विफल हो चुकी हैं।" गहलोत ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने जिस तरह से अपने फैसले लिए हैं, वे देश के भविष्य के लिए खतरे की घंटी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियां संवेदनशील और जिम्मेदार नहीं हैं, जो भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित बनाए रखें।

राहुल गांधी का बयान

राहुल गांधी ने हाल ही में संसद में एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश को चौतरफा चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। राहुल ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया था कि वह देश की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है और विकास और राष्ट्रहित के मुद्दों पर गंभीरता से काम नहीं कर रही।

गहलोत का आलोचना में तीखा रुख

गहलोत ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी "हिम्मत दिखाकर" यह स्वीकार करें कि उनकी सरकार ने देश को किस हाल में पहुंचा दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि आर्थिक मंदी, बेरोजगारी और राजनीतिक अस्थिरता के मुद्दों पर सरकार का रुख बहुत ही लापरवाह है। गहलोत ने कहा, "जब एक जिम्मेदार विपक्षी नेता यह कहता है कि देश चौतरफा संकट में है, तो यह सरकार को विचार करने के लिए मजबूर करता है।"

विदेश नीति और देश की बढ़ती अस्थिरता

गहलोत ने भारत की विदेश नीति की आलोचना करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने चीन और पाकिस्तान जैसे देशों के साथ रिश्तों को कमजोर किया है, और भारत को वैश्विक मंच पर निराशाजनक स्थिति में डाला है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की "मनमानी" नीतियों ने भारत को वैश्विक संकटों के बीच फंसा दिया है।

गहलोत ने आंतरिक मुद्दों पर भी बोला

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के आंतरिक मामलों में भी स्थिति सही नहीं है। सामाजिक असहमति, धार्मिक तनाव, और आर्थिक संकट के कारण भारत की संविधानिक धारा को खतरा हो रहा है। गहलोत ने कहा, "देश की आंतरिक सुरक्षा और धर्मनिरपेक्षता पर संकट है, और मोदी सरकार इन मुद्दों से बचने के बजाय केवल अपना राजनीतिक लाभ देख रही है।"