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Hisar सॉफ्टवेयर बदल लोगों से हो रही साइबर ठगी, फर्जी ऐप का पता लगाने के तरीके बताए
 

 

हरियाणा न्यूज़ डेस्क, बढ़ते साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए हरियाणा पुलिस ने अपनी साइबर टीम को तकनीकी लिहाज से मजबूत करना शुरू कर दिया है. इसके लिए साइबर टीम को तकनीकी जानकारी दी जा रही है. इसी कड़ी में  फरीदाबाद में प्रदेश स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.

इसमें प्रदेश से साइबर टीम के 100 पुलिस अधिकारियों ने हिस्सा लिया. इस दौरान अधिकारियों को बताया गया कि साइबर अपराधी सॉफ्टवेयर बदलकर लोगों को ठग रहे हैं.
फर्जी मोबाइल ऐप के जरिए ठगी करना इनमें इन नया तरीका है. इस कार्यशाला को पुलिस कर्मियों को ट्रेनिंग देने के लिए साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर 4सी की तरफ से टेक्निकल कॉर्डिनेटर रुशी मेहता ने होस्ट किया. इस वर्कशॉप का उद्देश्य साइबर टीम को नई साइबर तकनीक व साइबर अपराध में प्रयोग होने वाले नए नए सॉफ्टवेयर तथा साइबर अपराध में आने वाली समस्याओं का समाधान करके साइबर अपराधियों की तेजी से धरपकड़ करना है.
तकनीक की ली जाएगी मदद इस दौरान कार्यशाला में साइबर पुलिस अधिकारियों को बताया गया कि साइबर अपराधी आए दिन अपराध के नए-नए तरीके खोजते रहते हैं इसलिए साइबर टीम को भी साइबर अपराधियों को पकड़ने में उपयोग होने वाली तकनीक की जानकारी होना अति आवश्यक है. पुलिस अधिकारियों को बताया गया कि वह सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले अपराधियों का भी डाटा खंगाले.
साइबर जांच में पेश आने वाली खामियों को दूर करने पर भी दिया जोर इसके साथ ही साइबर एक्सपर्ट ने साइबर अपराधों में इन्वेस्टिगेशन के दौरान विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर का प्रयोग करने के बारे में जानकारी दी.
विभिन्न जिलों से आए साइबर टीम को साइबर अपराध इन्वेस्टिगेशन में आने वाली समस्याओं के बारे में बताया गया तथा इसके समाधान के लिए उपयोग में आने वाली तकनीकों के बारे में जानकारी दी गई.
पुलिसकर्मियों को बताया गया कि अगर वह तकनीक पर जोर देंगे और नए सॉफ्टवेयर की जानकारी रखेंगे तो अपराधियों पर शिकंजा कसेगा.

हिसार न्यूज़ डेस्क !!!