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Gopalganj इमरजेंसी वार्ड में बनेगा ट्राइएज रूम, सड़क दुर्घटना में जख्मी मरीजों के लिए होगा निर्माण,

 

बिहार न्यूज़ डेस्क सूबे के सदर अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों की इमरजेंसी में ट्राइएज रूम बनाए जाएंगे. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने कवायद शुरू कर दी है. सड़क दुघर्टना, बर्न केस और अन्य आपदा के समय इमरजेंसी में मरीजों के पूरे इलाज के लिए यहां व्यवस्था की जाएगी.

 

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में अस्पतालों में इसकी कवायद शुरू होगी. सदर अस्पतालों की इमरजेंसी में कैजुअल्टी ऑपरेशन थियेटर भी बनाया जाएगा. सीएस डॉ. अजय कुमार ने बताया कि विभाग के आदेश का पालन किया जाएगा.

सदर अस्पतालों में इमजरेंसी की व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए पिछले दिनों पटना में राज्य के सभी सदर अस्पताल के एक डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधक की ट्रेनिंग हुई थी. मुजफ्फरपुर से सदर अस्पताल के डॉ. अबजीत और प्रबंधक प्रवीण कुमार इस इसमें शामिल हुए थे. इसमें सभी को इमरजेंसी में डॉक्टर की व्यवस्था और संसाधन के बारे में जानकारी दी गई थी. सदर अस्पताल के बाद अब मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों और प्रबंधकों की ट्रेनिंग होगी. इसके लिए विभाग ने सभी मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक को पत्र भेजा है.

मरीजों के लिए बनेगा वेटिंग रूम

सदर और मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में मरीजों और उनके परिजनों के लिए वेटिंग रूम भी बनाया जाएगा. इस वेटिंग रूम में मरीजों की देखभाल के लिए पारा मेडिकल कर्मी भी तैनात रहेंगे. वेटिंग रूम में मरीज के परिजन भी इंतजार कर सकेंगे. प्रशिक्षण में बताया गया कि इमरजेंसी को फिर से तैयार किया जाएगा. यहां सारे उपकरण भी भेजे जाएंगे.

इमरजेंसी में अलग से चार डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी

सदर और मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में अलग से चार डॉक्टरों की टीम की तैनाती होगी. वहीं, 27 पारामेडिकल कर्मी भी तैनात किए जाएंगे. सदर अस्पताल की इमरजेंसी में अभी सिर्फ चार पारा मेडिकल कर्मी ही काम कर रहे हैं. चार डॉक्टरों की विशेष टीम में एक विशेषज्ञ होंगे जो इसके प्रभारी होंगे. उनकी देखरेख में ही इमरजेंसी में मरीजों का इलाज किया जाएगा.

 

गोपालगंज  न्यूज़ डेस्क