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Gaziabad चिंताजनक डेंगू के संदिग्ध मरीज की मौत

 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  जिले में डेंगू के संदिग्ध मरीज की मौत का मामला सामने आया है. बुजुर्ग की मौत के पीछे डेंगू शॉक सिंड्रोम के साथ मल्टी आर्गन फेलियर भी बताया जा रहा है. डेंगू के स्ट्रेन डेन-2 में इसी तरह के लक्षण मिल रहे हैं. अस्पताल ने भी डेंगू शॉक सिंड्रोम की पुष्टि की है. जिले में अब तक डेंगू के 17 मामले मिल चुके हैं, लेकिन इनमें कोई गंभीर नहीं बताया जा रहा.

आदित्य वर्ल्ड सिटी निवासी 62 वर्षीय अशोक श्रीवास्तव की पिछले दिनों से तबीयत खराब थी. वह शुगर पेशेंट भी थे. परिजनों ने उन्हें पास के डॉक्टर से दवा दिलवा दी थी, लेकिन दवा से ज्यादा आराम नहीं मिला और  को उनकी तबीयत काफी ज्यादा खराब हो गई. अशोक श्रीवास्तव ने खून की उल्टी की, जिससे परिजन घबरा गए और उन्हें एनएच-9 स्थित मणिपाल अस्पताल ले गए. जहां डॉक्टरों ने उन्हें डेंगू शॉक सिंड्रोम बताते हुए भर्ती कर लिया. अस्पताल की ओर से उनकी डेंगू जांच करवाई गई, जिसमें संक्रमण की पुष्टि होना बताया गया. अशोक श्रीवास्तव को अस्पताल में भी खून की उल्टी हुई. इसके अलावा उन्हें गंभीर रूप से कमजोरी भी थी.  देर शाम उनकी प्लेटलेट्स नौ हजार पहुंच गई. इसके बाद उन्हें जंबो पैक चढ़ाया गया, लेकिन वह रिकवर नहीं कर सके.  सुबह उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई. परिजनों का कहना है कि अस्पताल में जांच के बाद डेंगू की पुष्टि हुई थी.

घातक है डेन-2 स्ट्रेन

जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता के अनुसार डेंगू संक्रमण में चार स्ट्रेन होते हैं. इनमें डेन-1, 2, 3 और डेन-4 शामिल हैं. इन चारों में डेन-2 स्ट्रेन को सबसे ज्यादा घातक माना जाता है. डेन-2 स्ट्रेन के संक्रमण के कारण मरीज को कई बार शॉक सिंड्रोम होता है, जिसके चलते मरीज की मल्टी ऑर्गन फेलियर से मौत हो जाती है. उन्होंने बताया कि डेन-2 संक्रमित मरीज को बुखार उतरने के बाद भी एक सप्ताह तक सावधानी बरतने की जरूरत होती है.

अस्पताल से मंगाई गई डेथ हिस्ट्री में मरीज की डेंगू की रेपिड और एलाइजा जांच नहीं कराई गई है, इसलिए मौत का कारण डेंगू नहीं माना जा सकता. बुजुर्ग की मल्टी आर्गन फेलियर होने से मौत हुई है. -डॉ. अखिलेश मोहन, सीएमओ, गाजियाबाद

 

गाजियाबाद न्यूज़ डेस्क