Gaziabad बैडमिंटन हॉल की मरम्मत शुरू नहीं हुई, वातनुकूलित करने की योजना
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क महामाया स्पोर्ट्स स्टेडियम के बैडमिंटन हॉल को संवारने का काम शुरू नहीं हो सका, जबकि खेल विभाग की ओर से इस प्रस्ताव को करीब एक महीने पहले ही मंजूरी मिल चुकी है. इससे खिलाड़ियों को पुराने कोर्ट में ही अभ्यास करना पड़ रहा है.
महामाया स्टेडियम का बैडमिंटन हॉल रखरखाव के अभाव में बदहाल हो चुका है. यहां मौजूद तीन वुडन कोर्ट जगह-जगह से खराब हो चुके हैं. इससे खिलाड़ियों को अभ्यास करने के दौरान चोट लगने का डर बना रहता है. इसके अलावा हॉल की दीवारों भी कई जगह से खराब हो चुकी हैं. इसे देखते हुए जिला खेल विभाग ने स्टेडियम के बैडमिंटन हॉल को संवारने के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा था, जिसे करीब एक माह पहले मंजूरी मिल चुकी है. लेकिन एक माह भी इसका कार्य शुरू नहीं हो पाया है.
यह काम होना है हॉल की छत को दुरुस्त करने, तीनों वुडन कोर्ट को नया बनाने, नेट बदलने, हॉल की दीवारों को दुरुस्त कर रंगाई पुताई करने और उच्च गुणवत्ता वाली लाइट लगाने का काम होने है. आदि प्रमुख हैं.
वातनुकूलित करने की योजना जिला उप खेल क्रीड़ाधिकारी पूनम बिश्नोई ने बताया कि निर्माण एजेंसी ने हॉल एवं तीनों वुडन कोर्ट का निरीक्षण कर नाप ले ली है. उम्मीद है कि एक माह के अंदर कार्य शुरू हो जाएगा. उन्होंने बताया कि पूरे बैडमिंटन हॉल को वातनुकूलित करने की भी योजना है ताकि खिलाड़ियों को अभ्यास के दौरान गर्मी की समस्या से जूझना ना पड़े. बैडमिंटन हॉल की दीवारों पर देश के शीर्ष शटलर के श्रीकांत, लक्ष्य सेन, पीवी सिंधू, साइना नेहवाल, चिराग शेट्टी आदि के चित्र बनाए जाएंगे.
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