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Gaziabad कूड़े के पहाड़ को खत्म करने की रफ्तार धीमी

 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  पाइपलाइन मार्ग पर भिक्कनपुर गांव के पास बना कूड़े का पहाड़ लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. कूड़े से 16 गांव के लोग परेशान हैं. इसके बावजूद कचरा निस्तारण का काम धीमी गति से चल रहा है.

शहर से रोजाना करीब 1500 मीट्रिक टन कूड़ा निकल रहा है. कूड़ा उठान के बाद उसे पाइपलाइन मार्ग पर भिक्कनपुर गांव के पास बने डंपिंग ग्राउंड में भेजा जा रहा है. पिछले साढ़े तीन साल से यहां कचरा डाला जा रहा है. ऐसे में यहां कूड़े का पहाड़ बन गया है. वर्तमान में डंपिंग ग्राउंड पर लगभग चार लाख टन कूड़ा पड़ा है. नगर निगम ने कूड़ा निस्तारण का काम एक निजी कंपनी को दे रखा है. कंपनी का दावा है कि मशीनों की मदद से कूड़ा निस्तारण किया जा रहा है, जबकि स्थानीय लोगों का कहना है कि कूड़ा निस्तारण का काम धीमी गति से चल रहा है. लोग इसे हटवाने की मांग कर रहे हैं. इसके लिए कई बार आंदोलन कर चुके हैं.

कई दिन से बारिश हो रही है. इस कारण कूड़ा निस्तारण में समस्या आ रही है. कूड़ा निस्तारण के लिए दूसरी एजेंसी का भी टेंडर निकाला है. इससे अन्य जगह पर भी कूड़ा निस्तारण शुरू होगा. इसके बाद लोगों को राहत मिलने लगेगी.

-डा. मिथिलेश कुमार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी

कूड़े का पहाड़ खत्म कराने के लिए लंबे समय से लड़ाई लड़ रहे हैं. इसके लिए पाइप लाइन मार्ग पर कई दिन धरना दिया गया. नगर निगम और प्रशासन के अधिकारियों को ज्ञापन दिया. इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा. डंपिंग ग्राउंड से 16 गांव के लोग प्रभावित हैं. -सलेक भईया, स्थानीय निवासी

विकास संघर्ष समिति कर रही विरोध

विकास संघर्ष समिति कूड़ा डालने का विरोध कर रही है. समिति के बैनर तले कई बार ग्रामीण प्रशासनिक अधिकारियों से डंपिंग ग्राउंड को शिफ्च करने की मांग कर चुके हैं. समिति में अध्यक्ष चौधरी आजाद प्रमुख, कृष्ण देव आर्य प्रधान मकरेड़ा, आकाश चौधरी प्रधान मिलक चाकरपुर, अरविंद एडवोकेट, मिंटू प्रधान, डॉ राजेन्द्र कलकल, संदीप चौधरी, शिवराज सिंह त्यागी, सीता राम शर्मा आदि हैं.

इन गांवों के लोगों को परेशानी हो रही

भिक्कनपुर गांव के पास डंपिंग ग्राउंड पर बने कूड़े के पहाड़ से 16 गावों के लोगों को परेशानी हो रही है. इसमें भिक्कनपुर, मरकेड़ा महमूदाबाद, शाहपुर, भोवापुर, अटौर, नंगला मोहनपुर, शमशेर, मथुरापुर, बहादुर पुर, भादौली, मानौली छज्जूपुर, हुसैन पुर, रेवड़ी रेवड़ा, सुल्तानपुर नबीपु गांव शामिल हैं. वे लगातार इसका विरोध कर रहे हैं.

साढ़े तीन साल से डाला जा रहा कचरा

ग्रामीणों ने बताया कि लगभग साढ़े तीन साल से भिक्कनुपर गांव के पास डंपिंग ग्राउंड में कूड़ा डाला जा रहा है. जनवरी 2023 से इसका विरोध शुरू हो गया था. ग्रामीण जिलाधिकारी, मुख्यमंत्री, मंत्री, केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, पर्यावरण मंत्रालय, नगर निगम आदि जगह शिकायत कर चुके हैं, लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं हो रहा है. उन्हें डंपिंग ग्राउंड के काफी परेशानियां हो रही हैं. इसके अलावा इलाके में बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है.

फसलें बर्बाद हो रहीं

भिक्कनुपर गांव में जिस जगह कूड़ा डाला जा रहा है वहां और उसके आसपास पेड़ और पौधे नष्ट हो रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि उनकी फसलें बर्बाद हो रही है. भूजल दूषित हो रहा है. कूड़े से भरी गाड़ियों की वजह से सड़कें खस्ताहाल हो गई है. इस कारण लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है.

 

गाजियाबाद न्यूज़ डेस्क