जयपुर बीजेपी की कार्यकारिणी में 22 नेता सिफारिशी, जोरदार विरोध का एक्सक्लुसीव फुटेज आया सामने
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की जयपुर शहर जिला इकाई ने शुक्रवार सुबह अपनी नई कार्यकारिणी की सूची जारी की, लेकिन इस सूची को लेकर पार्टी के भीतर विरोध के स्वर तेज हो गए। कुछ ही मिनटों के भीतर इस सूची को वापस ले लिया गया और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इसे पुनः विचार के लिए भेजने का फैसला किया।
कार्यकारिणी की सूची में एक खास बात यह थी कि इसमें यह स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया था कि किस नेता की सिफारिश पर किसे कार्यकारिणी में स्थान मिला है। इस सूची के जारी होते ही पार्टी के भीतर कई नेताओं ने इसे लेकर असंतोष जाहिर किया। 34 सदस्यीय कार्यकारिणी की इस सूची में 22 नेताओं के नाम के साथ सिफारिश करने वाले नेताओं के नाम भी लिखे गए थे। वहीं, केवल 8 नेताओं को उनके कार्यों के आधार पर चुना गया था।
सूची में सिफारिशों की स्पष्ट उल्लेख के कारण पार्टी में खलबली मच गई, क्योंकि कई नेताओं ने इसे पार्टी के अंदर गुटबाजी और अनुशासनहीनता का संकेत माना। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, इस कदम से ना केवल पार्टी के कार्यकर्ताओं में नाराजगी फैल गई, बल्कि विरोध भी बढ़ने लगा, जिससे पार्टी को यह निर्णय वापस लेने की मजबूरी आई।
बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, "यह कदम पार्टी की कार्यप्रणाली के खिलाफ था, जिससे पार्टी में अंदरूनी विवादों को हवा मिली। अगर हम चाहते हैं कि पार्टी एकजुट रहे तो हमें इस प्रकार की कार्यप्रणाली से बचना होगा।"
पार्टी के इस फैसले के बाद जयपुर शहर जिला इकाई के कार्यकर्ता और नेता अब नए सिरे से कार्यकारिणी के गठन को लेकर बैठकें करने में जुट गए हैं। वरिष्ठ पार्टी नेताओं का मानना है कि आगामी चुनावों के मद्देनजर पार्टी में संगठनात्मक एकता बनाए रखना जरूरी है, और इसी के तहत पार्टी के फैसले पर पुनः विचार किया जाएगा।
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट हो गया कि बीजेपी के भीतर संगठनात्मक स्तर पर कुछ सुधार की आवश्यकता है, ताकि पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच मतभेदों को समेटा जा सके और एकजुट होकर आगामी चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया जा सके।