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Durg युवाओं में सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों की संख्या अधिक है, इसे कम करने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा: न्यायमूर्ति

 

छत्तीसगढ़ न्यूज़ डेस्क, सुप्रीम कोर्ट कमेटी ऑन रोड सेफ्टी के चेयरमेन न्यायमूर्ति अभय मनोहर सप्रे ने शुक्रवार को बीआईटी कॉलेज में आयोजित राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा यातायात जागरूकता परिचर्चा में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं से होने वाले मृत्यु में नवयुवकों की संख्या ज्यादा है। इसका कारण है तेज वाहन, सिगनल नहीं देखना, शराब पीकर ड्राइविंग करना, मोबाइल पर बात करते हुए गाड़ी चलना प्रमुख कारण हैं। ऐसे में हमें हेलमेट पहनने को अपने जीवन का अभिन्न अंग बना लेना चाहिए।

न्यायमूर्ति अभय मनोहर ने कहा कि देश में एक्सीडेंट से मौत की संख्या बढ़ी है, जिसे हम सब को मिलकर कम करना है। बीमारी बताकर आती है, लेकिन एक्सीडेंट बता के नहीं आती है। एक्सीडेंट केस में 50 प्रतिशत मौतें बच्चों एवं युवाओं की हो रही है। ऐसे यहां से शपथ लेकर जाएं कि यातायात नियमों का पालन एवं हेलमेट एवं सीट बेल्ट का उपयोग अवश्य करेंगे। साथ ही घर में सभी सदस्यों और आस-पास के लोगों को इसके संबंध में जागरूक करेंगे। ऐसे व्यक्ति जिन्होंने सड़क दुर्घटना के समय घायल व्यक्ति को अपने वाहन से हॉस्पिटल पहुंचाया हो या नॉन मेडिकल मदद किया हो। ऐसे व्यक्ति को गुड सेमेरिटन (नेक व्यक्ति) कहा जाता है। गुड सेमेरिटन में अपनी भूमिका अदा करने के लिए न्यायमूर्ति अभय मनोहर सप्रे ने सुभद्रा देवी एवं अश्वनी टंडन को पुरस्कृत किया।

100% वाहन चालकों को हेलमेट पहनाने का लक्ष्य, सीट बेल्ट लगाना भी आवश्यक आईजी रामगोपाल गर्ग ने कहा कि 60 प्रतिशत से अधिक सड़क दुर्घटनाएं दूसरों की गलती से होती है, जिसके लिए हमें हेलमेट पहनना और सीट बेल्ट लगाना आवश्यक है। हमारा प्रयास रहेगा कि जिले में शत प्रतिशत दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनने के लिए जागरूक कर सके। कार्यक्रम में कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा यातायात नियमों का कड़ाई से पालन कराने सहित सड़क दुर्घटनाओं को रोकने प्रभावी उपाय किए जा रहे हैं। इसके तहत जिले में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह मनाया जा रहा है।

दुर्ग न्यूज़ डेस्क !!!