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Dhanbad अभिजीत ने एक्सपायर दवा से विद्या की देवी शारदे की बनाई प्रतिमा

 

झारखण्ड न्यूज़ डेस्क, वेस्ट से बेस्ट की थीम पर बीसीसीएल के वित्त अधिकारी अभिजीत चटर्जी ने एक्सपायर दवा से मां शारदे की प्रतिमा बनाई है। मां सरस्वती की मूर्ति की पूजा 14 फरवरी को बीसीसीएल दीक्षा महिला मंडल की ओर से कोयला नगर के अन्नपूर्णा हॉल में की जाएगी। चटर्जी बीते पचास साल से हर साल मां शारदे की एक प्रतिमा बनाते हैं। वे 2024 में प्रतिमा निर्माण का गोल्डेन जुबली वर्ष मना रहे हैं। इनकी प्रतिमा निर्माण हॉबी है। सरस्वती पूजा के एक-डेढ़ माह पहले से प्रतिमा का निर्माण शुरू करते हैं। व्यस्तता के बावजूद हर दिन कुछ समय वे प्रतिमा निर्माण के लिए निकालते हैं। बात करने पर चटर्जी ने कहा कि शायद बीसीसीएल में उनकी ओर से बनाई मां शारदे की यह अंतिम प्रतिमा हो। इस साल अप्रैल माह में चटर्जी बीसीसीएल से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। जब से बीसीसीएल में उन्होंने नौकरी शुरू की, उन्हीं की बनाई प्रतिमा की पूजा होती रही है।

अभिजीत चटर्जी की बनाई मूर्ति इतनी आकर्षक होती है कि उसका विसर्जन नहीं किया जाता है। विसर्जन के लिए अलग से एक सांकेतिक मूर्ति बनाई जाती है। चटर्जी की मां शारदे की एक प्रतिमा को बीसीसीएल में शो केस में सालों से सुरक्षित रखा गया है। इस साल बनाई मूर्ति में एक्सपायर दवा के अलावा माचीस की तिली का इस्तेमाल किया गया है। उनकी बनाई कुछ प्रतिमाएं काफी चर्चित रहीं। हर साल अलग-अलग चीजों से प्रतिमा के निर्माण से उन्हें वाहवाही मिली। मसलन कोयले के टुकड़े, लकड़ी के छिलका, इलायची, पिस्ता और बादाम के छिलके, पुआल, तेजपत्ता, गिट्टी, पेन-पेंसिल और रबर, शाल पत्ता, मूंगफली, शंख सहित अन्य चीजों से अलग-अलग वर्षों में प्रतिमा का निर्माण किया। चटर्जी कहते हैं कि उन्होंने 16 वर्षों तक रांची में प्रतिमा का निर्माण किया। 24 सालों से मां शारदे की प्रतिमा बना रहे हैं।

सरोवर में विराजेंगी मां, राम मंदिर रूपी बन रहा पंडाल

धनबाद। प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार लोको टैंक पंपू तालाब में पंडाल बनाया जा रहा है। यह पंडाल पूरे शहर में आकर्षण का केंद्र होता है। बीच सरोवर में मां की प्रतिमा देखते ही बनती है। इस बार यहां श्रीराम मंदिर के थीम पर पंडाल बन रहा है। इसकी तैयारी जोर-शोर से की जा रही है।

13 की दोपहर 2.42 बजे प्रवेश कर रही पंचमी तिथि

खड़ेश्वरी मंदिर के पुजारी राकेश पांडे बताते हैं कि इस वर्ष 14 फरवरी को बसंत पंचमी है। हालांकि 13 की दोपहर 2.41 बजे पंचमी तिथि का प्रवेश हो रहा है। इसलिए उदया तिथि में अगले दिन 14 को सरस्वती पूजा मनायी जाएगी। 14 की दोपहर 12.10 बजे तक ही पंचमी तिथि है। धनबाद न्यूज़ डेस्क!!!