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राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ का राज्य सरकार के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन 8वें दिन भी जारी, एक्सक्लूसिव फुटेज में जाने केसा है हाल

 

राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ का राज्य सरकार के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन और क्रमिक अनशन 8वें दिन भी जारी है। इस आंदोलन के तहत न्यायिक कर्मचारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया। जिलाध्यक्ष मुरारीलाल मीणा के नेतृत्व में जिला न्यायालय के बाहर चल रहे धरने में कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की और अपनी मांगों को लेकर सरकार से तत्काल कदम उठाने की अपील की।

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धरने का कारण और कर्मचारियों की प्रमुख मांगें

न्यायिक कर्मचारियों का आरोप है कि राज्य सरकार ने उनकी लंबित मांगों का समाधान नहीं किया है, जिससे वे मानसिक रूप से तनाव में हैं और उनकी कार्यशक्तियां प्रभावित हो रही हैं। कर्मचारियों का कहना है कि उनकी सेवा शर्तें, वेतन और कार्य के घंटों के संबंध में उचित सुधार की आवश्यकता है, जो अब तक पूरी नहीं हो पाई है। इसके अलावा, कर्मचारियों की स्थायी नियुक्ति और बेहतर कार्य वातावरण की भी प्रमुख मांगें हैं।

धरने में बढ़ा उत्साह, कर्मचारियों का समर्थन

धरने के आठवें दिन भी कर्मचारियों का उत्साह बना हुआ था। विभिन्न जिलों से न्यायिक कर्मचारी एकजुट होकर धरने में भाग लेने पहुंचे थे। कर्मचारियों ने "हमारी मांगे पूरी करो", "राज्य सरकार होश में आओ" जैसे नारे लगाए। इस दौरान उन्होंने मीडिया के सामने भी अपनी समस्याओं को रखा और कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगों का समाधान नहीं किया तो वे इस आंदोलन को और तेज करेंगे।

क्रमिक अनशन का बढ़ता दबाव

इस आंदोलन के साथ-साथ न्यायिक कर्मचारियों ने क्रमिक अनशन भी जारी रखा है, जिसमें प्रत्येक दिन अलग-अलग कर्मचारी एक निश्चित समय के लिए उपवास रखते हैं। यह क्रमिक अनशन सरकार पर दबाव बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, ताकि सरकार उनके मुद्दों को गंभीरता से ले और शीघ्र समाधान निकाले।

राज्य सरकार की प्रतिक्रिया और उम्मीद

हालांकि राज्य सरकार की ओर से अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, लेकिन न्यायिक कर्मचारियों का कहना है कि अगर उनकी समस्याओं का शीघ्र समाधान नहीं किया गया, तो वे इसे जन आंदोलनों के रूप में आगे बढ़ा सकते हैं। कर्मचारियों का कहना है कि उनका संघर्ष केवल अपने हक के लिए नहीं, बल्कि न्यायपालिका के समग्र विकास के लिए है, ताकि आम जनता को बेहतर न्याय सेवा मिल सके।