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Darbhanga डेंगू मरीजों के लिए हर पीएचसी में उपलब्ध हों दो बेड डीएम

 

बिहार न्यूज़ डेस्क  समाहरणालय सभागार में डीएम राजीव रौशन की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की प्रगति की मासिक समीक्षा  हुई. डीएम ने सभी स्वास्थ्य इंडिकेटर में सुधार लाने के निर्देश दिये. सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डेंगू से पीड़ित मरीज के लिए दो-दो बेड चिन्हित करने के निर्देश दिए. सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए फॉगिंग मशीन क्रय करने के निर्देश प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया.

उन्होंने सभी डॉक्टरों को सरकार के गाइडलाइन के तहत बेहतर स्वास्थ्य सुविधा जिलेवासियों को उपलब्ध कराने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए. डीएम ने स्पष्ट संदेश दिया कि स्वास्थ्य कार्यों में किसी प्रकार की कोताही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बैठक में इम्यूनाइजेशन, बीसीजी टीका, पेंटा, एमआर, ड्रॉप आउट, आरआई एंटीजन कवरेज, आरआईयू सेशन कवरेज, एचएमआईएस, एएनसी एल्बेंडाजोल टेबलेट, 180 आईएफए टैबलेट, इंस्टीट्यूशनल डिलीवरी आदि सभी बिंदुओं पर सभी संबंधित पदाधिकारी से फीडबैक लिया. डीएम ने जिले में जितने भी गर्भवती की मृत्यु हुई है, उनकी मौत के कारणों की जांच के निर्देश देते हुए इसमें सुधार लाने को कहा.

उन्होंने डेंगू व चिकनगुनिया से बचाव के लिए ब्लीचिंग पाउडर पर्याप्त मात्रा में रखने के निर्देश दिए. फॉगिंग कराते रहने को कहा तथा ओपीडी में सभी डॉक्टर को सक्रिय रहने के निर्देश दिए. बैठक से पूर्व परिवार नियोजन में सुधार लाने के लिए 10 जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर डीएम ने रवाना किया. बैठक में डीडीसी चित्रगुप्त कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार मिश्रा, जिला स्वास्थ्य प्रबंधक श्लेश चन्द्र, यूनिसेफ के एसएमसी आदि उपस्थित थे.

डीएमसीएच का डेंगू मरीज डिस्चार्ज, वार्ड हुआ खाली

डीएमसीएच के डेंगू वार्ड में भर्ती मरीज को  डिस्चार्ज कर दिया गया. वहीं,  की देर शाम डेंगू के दो संदिग्ध मरीजों को भर्ती कराया गया. इनमें कोलकाता से लौटे बहादुरपुर थाने के कबिलपुर निवासी मरीज भवन मिश्रा (54) एलाइजा टेस्ट में डेंगू ग्रसित नहीं पाए गए. उन्हें उपचार के लिए सामान्य मेडिसिन वर्ड में शिफ्ट कर दिया गया.

वहीं, जयपुर से लौटे हायाघाट थाना क्षेत्र के बह्मोतरा निवासी अमित कुमार (22) डेंगू से पॉजिटिव पाए गए. उनका डेंगू वार्ड में इलाज किया गया.  चिकित्सकों ने अमित की दोबारा जांच तो रिपोर्ट निगेटिव निकली. साथ ही प्लेटलेट्स भी ठीक पाया गया. उन्हें परामर्श देकर डिस्चार्ज कर दिया गया है. फिलहाल डेंगू का एक भी मरीज डीएमसीएच में नहीं है. डेंगू मरीज मिलने के बाद संबंधित क्षेत्र में फॉगिंग कराने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग ने दे रखा है. इसे लेकर सिविल सर्जन डॉ. अरुण कुमार ने सभी पीएचसी प्रभारियों दो-दो फॉगिंग मशीन खरीदने का भी निर्देश दिया है. इसके बावजूद उक्त दोनों डेंगू मरीजों के घर के इर्द-गिर्द अभी तक फॉगिंग नहीं कराई गई.

डीएमसीएच परिसर में भी इस वर्ष अबतक फॉगिंग नहीं कराई गई, जबकि डीएमसीएच प्रशासन के पास दो फॉगिंग मशीन है. इनकी खरीदारी पूर्व अधीक्षक के कार्यकाल में हुई थी.

बताया जाता है कि निगम द्वारा डीएमसीएच एवं प्रशासनिक कॉलोनी में फागिंग के लिए रोस्टर बना है, फिर भी छिड़काव नहीं कराया जा रहा है जबकि डीएमसीएच के डेंगू वार्ड के इर्द-गिर्द जलजमाव है. साथ ही मेडिसिन, ईएनटी, नेत्र रोग विभाग, इमरजेंसी, ओपीडी, पोस्टमार्टम, रक्त अधिकोष आदि जगहों पर भी जलजमाव है.

 

दरभंगा न्यूज़ डेस्क