×

Darbhanga परेशानी पेपर लीक ने नियुक्तियों की रफ्तार रोकी

 

बिहार न्यूज़ डेस्क सिपाही और शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने के बाद बिहार में नियुक्तियों की रफ्तार धीमी पड़ गई है. राज्य में विभिन्न विभागों और पदों पर होने वाली करीब पौने दो लाख रिक्तियों पर विराम सा लग गया है. ऐसे में फार्म भरने के बाद भी लाखों युवाओं के लिए नियुक्ति का इंतजार बढ़ गया है. माना जा रहा है कि शिक्षक और सिपाही भर्ती समेत सभी परीक्षाएं अब लोकसभा चुनाव की समाप्ति के बाद ही होंगे.

पहला- सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ बिहार पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर पहले एक अक्टूबर 2023 को लीक हुआ है. इसकी जांच की प्रक्रिया अभी तक चल रही है. बिहार पुलिस में सिपाही की 291 पदों पर नियुक्ति होनी थी. पेपर लीक की वजह से पूरा मामला अटक गया है. सिपाही भर्ती के लिए युवाओं को अभी इंतजार करना पड़ेगा.

इंटरस्तरीय भर्ती परीक्षा के लिए करना होगा इंतजार

बिहार कर्मचारी चयन आयोग ने लगभग नौ वर्षों के बाद द्वितीय इंटरस्तरीय भर्ती के लिए वैकेंसी निकाला था. पहला इंटरस्तरीय परीक्षा के लिए 20 में विज्ञापन निकाला था. इसका फाइनल रिजल्ट  साल में पूरा हुआ. पेपर लीक की वजह से फाइनल रिजल्ट आने में समय लगा था. दूसरा इंटर स्तरीय परीक्षा लिए विज्ञापन निकाले  माह हो गया है. आवेदन लिया जा चुका है. करीब साढ़े 25 लाख आवेदन किए गए हैं.

बीपीएससी शिक्षक भर्ती पेपर लीक की जांच जारी

बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले के बाद एक लाख से अधिक परीक्षार्थियों की नौकरी की उम्मीदों पर पानी फिर गया है. शिक्षक सहित आयोग की अलग-अलग नौकरियों के लिए युवाओं को इंतजार करना पड़ेगा. सबसे अधिक तीसरे चरण में 87722 शिक्षकों की नियुक्ति होनी थी. इसपर पूरी तरह से विराम लग गया है. साथ ही साथ आयोग की ओर से अन्य भर्ती परीक्षाओं को कराने में समय लगेगा. आयोग के माध्यम से अभी उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के 6061 पद और शिक्षा विभाग के प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षकों के 40 हजार 247 पदों पर नियुक्ति होनी है. इसके लिए आवेदन दस  तक लिये जाने हैं.

 

दरभंगा न्यूज़ डेस्क