Chandigarh ‘विज्ञान के बल पर देश आगे बढ़ेगा’
हरियाणा न्यूज़ डेस्क, राष्ट्रोत्कर्ष एवं शंकर दिग्विजय यात्रा का नेतृत्व कर रहे श्रीगोवर्द्धन पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि विज्ञान के बल पर भारत आगे बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्र के बाद ही रामराज्य की कल्पना की जा सकती है.
शंकराचार्य यहां सेक्टर-11 स्थित मिलन वाटिका में आयोजित हिंदूराष्ट्र धर्मसभा और सेक्टर- में आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर तो तैयार हो रहा है, लेकिन उत्तर-प्रदेश में तीन पाकिस्तान बनाने की नीव भी रख दी गई है. अयोध्या से करीब 25 किलोमीटर दूर करीब पांच एकड़ जमीन मुस्लिमों को दी गई है. यह पुनर्वात्ति मथुरा और काशी में होगी. वे इसका कैसे उपयोग करेंगे इसके परिणाम बहुत घातक होने की आशंका है. उन्होंने कहा कि भारत का वर्णन वेदों में है और पहले सभी हिंदू थे, सभी के पूर्वज सनातनी थे. बाद में अन्य धर्म बने है.
गुरुकुल को नष्ट कर सनतान शिक्षा को कुचला शंकराचार्य
हिंदू समाज को शिक्षा के बल पर ही आगे बढ़ने की ललक को ज्वलंत रखना चाहिए. हालांकि देश में गुरुकुलों को नष्ट करके सनातन शिक्षा पद्धति को कुचल दिया गया. आधुनिक और मध्ययुगीन इतिहासकारों ने प्राचीन भारत की गलत व्याख्या की. जिसके परिणामत कुंठाभाव जाग्रत हुआ. वेदों और ऋषि मुनियों की रचनाओं के प्रचार प्रसार अनिवार्य किया जाना चाहिए. स्कूली शिक्षा में वैदिक और नीति शास्त्रत्त् की शिक्षा को अनिवार्य होना चाहिए. हिंदू समाज सनातन संस्कृति को बचाने के लिए सभी को जागरुक होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सतकर्मों का कुछ भाग परमपिता परमेश्वर द्वारा भाग्य या प्रारब्ध के रूप में जीव को भोगना है.
चंडीगढ़ न्यूज़ डेस्क !!!