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भीलवाड़ा में बिना अनुमति सड़क खोदने पर भड़के मेयर राकेश पाठक,  सामने आया जलदाय विभाग के जेईएन को  खरी-खोटी सुनाने का वीडियो 

 

शहर में नगर निगम की अनुमति के बिना सड़कों को खोदना मेयर राकेश पाठक को नागवार गुजरा। सोमवार शाम को उन्होंने जलदाय विभाग के जूनियर इंजीनियर (जेईएन) श्रीराम मीणा के सामने नाराजगी जाहिर करते हुए एक अनोखे अंदाज़ में विरोध दर्ज कराया। मेयर पाठक ने जेईएन के सामने हाथ-पैर जोड़ते हुए कहा, "जनता हमारी ऐसी-तैसी कर देती है, सड़कें खोदकर मत छोड़िए।"

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बारिश के मौसम में सड़कों की खुदाई लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। गड्ढों और कीचड़ से सड़कें लबालब हो रही हैं, जिससे न केवल यातायात बाधित हो रहा है, बल्कि दुर्घटनाओं की आशंका भी बढ़ गई है। मेयर ने इस मौके पर अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि नगर निगम की जानकारी के बिना इस तरह की खुदाई न केवल प्रशासनिक लापरवाही है, बल्कि आमजन की समस्याओं को भी बढ़ाने वाली है।

मेयर पाठक ने कहा कि जब जनता गुस्सा जाहिर करती है, तो वह नगर निगम को जिम्मेदार ठहराती है, जबकि असली जिम्मेदार विभाग कोई और होता है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि अब किसी भी विभाग को बिना निगम की अनुमति के खुदाई की इजाजत नहीं दी जाएगी, और यदि ऐसा होता है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें मेयर का अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाना और हाथ जोड़ना लोगों का ध्यान खींच रहा है। कई लोगों ने मेयर की बात को सही ठहराते हुए उनका समर्थन किया है, तो कुछ ने इसे नौटंकी करार दिया।

वहीं जलदाय विभाग के अधिकारियों का कहना है कि खुदाई जरूरी मरम्मत कार्य के तहत की जा रही थी, लेकिन समन्वय की कमी के कारण नगर निगम को पहले सूचना नहीं दी जा सकी। विभाग ने आगे से ऐसी स्थिति न बनने का आश्वासन भी दिया है।

भीलवाड़ा में हाल के दिनों में सड़कों की हालत को लेकर लगातार शिकायतें सामने आ रही हैं। ऐसे में नगर निगम और अन्य विभागों के बीच समन्वय की कमी से आमजन को परेशानी उठानी पड़ रही है। अब देखना होगा कि मेयर की यह सख्ती कितनी प्रभावी होती है और आने वाले दिनों में सड़कों की स्थिति में कितना सुधार होता है।