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Bhagalpur 20 साल बाद कहां होगा आवासीय व वाणिज्यिक विकास, हो रहा सर्वे
 

 


बिहार न्यूज़ डेस्क शहरी इलाकों के विस्तार के उद्देश्य से ग्रेटर भागलपुर की कल्पना को जल्द पंख लगने की उम्मीद है. ग्रेटर भागलपुर में विकास की संभावनाओं का अध्ययन करने के लिए नोएडा की कंसल्टेंट एजेंसी एक्सएल जियो मैटिक्स की एक टीम यहां आयी हुई है.
चार सदस्यीय टीम ने प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार कर ली है. जल्द ही विस्तृत रिपोर्ट नगर विकास विभाग को सौंपी जाएगी. टीम लीडर मनीष कुमार के अलावा एजेंसी के वाइस प्रेसिडेंट अजीत रॉय, वरीय विशेषज्ञ रवि शुक्ला व फील्ड को-ऑर्डिनेटर राघव ने न्यू टाउन एरिया के सभी इलाकों का दौरा कर रिपोर्ट तैयार की है. टीम अभी भी जगदीशपुर, गोराडीह, नाथनगर व सबौर के कई गांवों का सर्वे कर रही है.

टीम लीडर ने बताया कि नये क्षेत्र को चार दृष्टिकोण से देखा जा रहा है. नये क्षेत्र में 20 साल बाद की संभावित आबादी और उनके लिए सुविधा-साधन आदि का रोडमैप बनाया जा रहा है. नये क्षेत्र में उद्योग, आवासीय, वाणिज्यिक व संस्थागत संसाधनों को समाहित किया जाएगा. सर्वे में इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि आवासीय कॉलोनियां कहां बेहतर तरीके से बस सकती हैं. आवासीय कॉलोनियों को टाउनशिप जैसा बनाने के लिए क्या-क्या संसाधन की जरूरत होगी, इसका आकलन किया जा रहा है. नये एरिया में औद्योगिक विकास कितना संभव है और कहां इसके लिए जमीन मुफीद होगी, इसका भी अध्ययन किया जा रहा है. शहरी क्षेत्र का विकास होने के बाद मॉल, शोरूम आदि की जरूरत भी होगी. इसलिए वाणिज्यिक दृष्टिकोण से भी सर्वे किया जा रहा है. सर्वे 12 माह तक होगा. इसके बाद फाइनल रिपोर्ट राज्य सरकार को दी जाएगी. जहां से केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजी जाएगी.
शहरी क्षेत्रफल 217.03 हो जाएगा बता दें कि राज्य सरकार की स्वीकृति के बाद ग्रामीण क्षेत्र के 262 गांवों और शहरी क्षेत्र की तीन इकाइयों को इस योजना के तहत शहरी विकास का लाभ दिया जाना है. शहरी विकास का दायरा अब 217.03 वर्ग किमी हो गया है. इसमें शहरी क्षेत्र का क्षेत्रफल 30.50 व शेष ग्रामीण क्षेत्र का क्षेत्रफल 186.53 वर्ग किमी है. इससे 7 लाख 14 हजार 584 लोगों को टाउन प्लानिंग एरिया के तहत तमाम सुविधाएं मिलने लगेंगी.

भागलपुर न्यूज़ डेस्क