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Bhagalpur हटाने के फैसले पर प्रोफेसरों का छलका दर्द
 

 


बिहार न्यूज़ डेस्क  राजकीय पॉलिटेक्निक पूर्णिया एवं पूर्णिया अभियंत्रण महाविद्यालय के अतिथि व्याख्याता एवं अतिथि सहायक प्रो़फेसर ने अपनी मांगों को लेकर सांसद संतोष कुशवाहा एवं सदर विधायक विजय खेमका से मिला.
अतिथि व्याख्याता एवं अतिथि सहायक प्रो़फेसरों का कहना है कि 2008 में भी पार्ट टाइम लेक्चरर को बिहार सरकार ने संविदा में समायोजन किया था. एआईसीटीई के मापदंड, बिहार सरकार के आरक्षण प्रणाली के तहत कमेटी गठित कर साक्षात्कार लेकर हम लोगों की बहाली हुई थी. हम लोग भी विगत कई वर्षों से विभिन्न कॉलेजों में अतिथि के रूप में कार्य कर हैं.

हम लोगों को भी बिहार सरकार संविदा के रूप में समायोजन किया जाए . हम सभी ने मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना के तहत प्रत्येक जिला में पॉलिटेक्निक कॉलेज एवं इंजीनियरिंग कॉलेज के पठन-पाठन और परीक्षा समेत अन्य कार्य किया है. अब जब यह सभी कॉलेज सुचारू रुप से चलने लगा है तो बिहार सरकार सभी अतिथि शिक्षकों को हटाकर उसके जगह नियमित शिक्षक रखने जा रहा है. सरकार एक तरफ जहां नौकरी बांटने का दावा कर रही है वहीं दूसरी तरफ उतने ही संख्या में लोगों को बेरोजगार कर रहे हैं. अतिथि व्याख्याताओं एवं अतिथि सहायक प्रोफेसर के नाम पर सभी पॉलिटेक्निक एवं इंजीनियरिंग कॉलेज को मान्यता मिली. हम सभी ने मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट सात निश्चय योजना के तहत प्रत्येक जिला में इंजीनियरिंग एवं पॉलिटेक्निक कॉलेज के पठन-पाठन को सुचारू ढंग से चला कर उसे सफल बनाया . हमारे पढ़ाये हजारों छात्र एवं छात्राएं विभिन्न विभाग में जॉब कर रहे हैं.

भागलपुर न्यूज़ डेस्क