Begusarai रिक्त पदों पर बहाली प्रक्रिया शीघ्र पूरी करे विभाग
बिहार न्यूज़ डेस्क मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षा विभाग को रिक्त पदों पर बहाली की प्रक्रिया जल्दी पूरी करने को कहा है. वे अधिवेशन भवन में सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण विशिष्ट शिक्षिकों को नियुक्ति पत्र वितरण के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
कहा कि विभाग रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी करे. नियोजित शिक्षकों के लिए आयोजित की जाने वाली तीन परीक्षाओं को भी जल्दी आयोजित किया जाये. कहा कि वर्ष 2005 से ही हम बिहार के विकास में लगे हुए हैं. सर्वप्रथम शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया गया है. पहले शिक्षा का क्या हाल था? पहले पढ़ाई नहीं होती थी. स्कूल और शिक्षकों की कमी थी. इसलिए सबसे पहले कई नये स्कूल खोले गये और कई स्कूलों में नये क्लास रूम बनाए गए. वर्ष 2008 में 9वीं कक्षा की लड़कियों को विद्यालय जाने के लिए साइकिल योजना चलायी गयी, बाद में वर्ष 2010 से लड़कों को भी साइकिल दी गयी. बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सभी पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालय खोले गये. मुख्यमंत्री ने उपस्थित शिक्षकों का हाथ उठवाकर बच्चों को गंभीरता से पढ़ाने का संकल्प लेने को कहा. कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने पुस्तक भेंट कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना प्रमंडल के आयुक्त मयंक बरबड़े, शिक्षा विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव उपस्थित थे.
सभी विभागों में चल रही नियुक्ति प्रक्रिया : सम्राट
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार ने 1993-94 में ही डिग्री लेकर बेकार बैठे बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने का वायदा किया था. 11 साल बाद जब उनकी सरकार बनी तो उन्होंने इसे पूरा किया. मुख्यमंत्री ने न केवल बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति की, बल्कि गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा को सुनिश्चित किया.
शिक्षक अपनी जिम्मेवारी निभाएं : बिजेंद्र यादव
ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार शिक्षा को लेकर हमेशा गंभीर रहे हैं. एक प्रसंग की चर्चा करते हुए कहा कि सुपौल में एक कार्यक्रम के दौरान कुछ लड़कियां सीएम के पास प्लस टू विद्यालय की मांग लेकर पहुंचीं. मैंने उन्हें भगा दिया कि नेतागिरी नहीं करो. भोजन के समय मुख्यमंत्री ने मुझे ही डांटा और कहा कि लड़कियां ठीक ही तो कह रही हैं.
बेगूसराय न्यूज़ डेस्क