×

Begusarai दो सौ मीटर की दूरी तय करने में पुलिस को लगे 15 घंटे
 

 


बिहार न्यूज़ डेस्क सीरियल गोलीकांड को लेकर बिहार ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर इन दिनों बेगूसराय जिला सुर्खियों का केंद्र बिंदु बना हुआ है. यह मामला ठंडा भी नहीं हुआ कि नगर थाने की पुलिस की लापरवाही के कारण जिले की चर्चा एक बार फिर जोरों पर है. असल में सदर अस्पताल के आईसीयू बेड पर बुधवार सात बजे शाम में 55 वर्षीय एक अज्ञात बुजुर्ग की मौत हो गयी.

इसकी सूचना डीएस व अस्पताल प्रबंधन के द्वारा 20 सितंबर की शाम में दी गयी. उसके बाद उनका शव बेड पर 13 घंटे तक पड़ा रहा. अगले दिन अस्पताल प्रबंधन के द्वारा दोबारा सूचना देने के बाद 15 घंटे बाद पुलिस सदर अस्पताल पहुंची. उसके बाद शव का इन्क्वेस्ट किया. पोस्टमार्टम कराने के बाद पहचान के लिए 72 घंटे के लिए सदर अस्पताल में सुरक्षित रखा गया. इससे नगर थाने की पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठना तो लाजिमी है. आईसीयू इंचार्ज डॉ. राजू कुमार ने बताया कि 13 घंटे तक पुलिस जब नहीं आयी तो  करीब नौ बजे में आईसीयू बेड से शव को कर्मियों के सहयोग से उठाकर पोस्टमार्टम रूम में शिफ्ट कराया गया. बेड पर शव के अधिक समय पर पड़े रहने से भर्ती अन्य तीन मरीजों को परेशानी हो रही थी. शव के अज्ञात रहने से कोई परिजन नहीं होने के कारण भी दिक्कतें हो रही थी.
आईसीयू में भर्ती करा सो गयी तेघड़ा थाने की पुलिसआईसीयू इंचार्ज ने बताया कि 15 सितंबर को करीब तीन बजे दिन में तेघड़ा थाने की पुलिस जख्मी बुजुर्ग को बेहोशी की हालत में आईसीयू में भर्ती करायी थी. वह मरीज तेघड़ा पीएचसी से रेफर होकर आया था. बुजुर्ग का सर फटा हुआ था व हाथ में चोट के निशान थे. तेघड़ा थाने की पुलिस ने जख्मी को भर्ती करा दिया व चुपके से आईसीयू से निकल गया. इस दौरान आईसीयू की ओर से उस बुजुर्ग का इलाज व देखभाल करते हुए बचाने का प्रयास किया गया. लेकिन उनकी की मौत 20 सितंबर को सात बजे शाम में हो गयी. लेकिन इस दौरान तेघड़ा थाने की पुलिस एक बार देखने नहीं आयी कि जिस अज्ञात जख्मी बुजुर्ग को इलाज के लिए भर्ती कराया वह जिंदा है या किस हालत में है, पूछने तक नहीं आयी.


बेगूसराय न्यूज़ डेस्क