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Basti  सफाईकर्मी बोला, आठ करोड़ की संपत्ति का पता होता तो भाग जाता

 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  माफिया अतीक अहमद के गुर्गों ने बेनामी संपत्ति बनाने के लिए अपने सफाईकर्मी श्यामजी के नाम से आठ करोड़ की प्रॉपर्टी बनाई है. जब इसका खुलासा हुआ तो सफाईकर्मी श्याम जी सरोज भौचक रह गया. पुलिस से बोला कि पहले पता होता कि आठ हजार रुपये सैलरी पाने वाले के नाम से आठ करोड़ की प्रॉपर्टी है तो वह मुम्बई भाग गया होता. अतीक के गुर्गों के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सफाईकर्मी की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है. आरोपी घर छोड़कर भागे हुए हैं. एससी-एसटी एक्ट से मामला जुड़ा होने पर इस मुकदमे की जांच एसीपी को सौंपी गई है.

श्याम के नाम बैंक खाता, मोबाइल नंबर जावेद के नाम

नवाबगंज निवासी श्यामजी ने माफिया अतीक अहमद के करीबी जावेद खान, उसके भाई कामरान अहमद, फराज अहमद खान और शुक्ला जी के खिलाफ अतरसुइया थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस को जांच में पता चला कि श्याम जी  सालों से जावेद और उसके भाई कामरान के घर पर सफाईकर्मी था. शातिरों ने उसके नाम से आईसीआईसीआई बैंक में खाता खोलवाया था. बैंक में सभी कागजात श्याम के नाम पर थे लेकिन मोबाइल नंबर जावेद ने अपना अंकित किया था. जावेद ने श्याम के नाम दलितों की जमीन की रजिस्ट्री कराई थी. इसके बाद उसको बेचकर बैंक खाते से रुपये ट्रांसफर कर लिए. इस दौरान श्याम के चेक पर हस्ताक्षर कराकर उसके बैंक खाते में लगाये. रुपये न होने पर चेक बाउंस हो गया.

जावेद की पत्नी की शाइस्ता से थी करीबी

जावेद और कामरान न केवल अतीक के लिए काम करते थे बल्कि अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन भी इस परिवार से जुड़ी थी. एफआईआर के मुताबिक, उमेश पाल हत्याकांड में फरार 50 हजार इनामी शाइस्ता की जावेद की पत्नी से काफी घनिष्ठता थी. वह अक्सर इनके घर आती जाती थी. पुलिस इस बात की जांच कर रही थी कि कहीं बेनामी संपत्तियों का हिसाब भी वही तो नहीं करती थी. बता दें कि अतीक के जेल जाने के बाद शाइस्ता ने ही अतीक का काला कारोबार संभाल रखा था.

 

 

बस्ती  न्यूज़ डेस्क